शिवनंदन सिंह संवाददाता
उत्तर प्रदेश में इन दिनों मदरसा सर्वेक्षण को लेकर चल रहे विवाद के बीच योगी सरकार ने अल्पसंख्यक समुदाय के युवाओं के लिए एक बड़े पैमाने पर रोजगार अभियान चलाने जा रही है। जिसमे 46 दिवसीय कार्यक्रम को क्रमबद्ध तरीके से चलाने की बात कहीं हैं। इस कार्यक्रम पर अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री दानिश आजाद अंसारी ने जानकारी देते हुए कहा कि जो छात्र मदरसे से पास हुए उन्हें इसमें मौका दिया जाएगा। दानिश आजाद ने कि हमारा लक्ष्य यह तय करना है कि मदरसे छात्रों को आधुनिक शिक्षा प्रदान करें।
दानिश आजाद ने कहा कि पहले चरण में हम सभी 18 जिलों में रोजगार शिविर आयोजित करने जा रहे हैं। पुराने लखनऊ में एक रोजगार शिविर होगा जिसमें बड़ी अल्पसंख्यक आबादी है। इसी तरह कानपुर में एक ऐसा ही क्षेत्र है जहां सिख और मुसलमान बड़ी संख्या में रहते हैं। इसके बाद जिला स्तरीय शिविर आयोजित करेंगे, जहां राज्य सरकार के अधिकारी भी शीर्ष कंपनियों के अधिकारियों के साथ मौजूद रहेंगे। हालांकि दनिश ने कहा कि रोजगार अभियान सभी अल्पसंख्यकों (ईसाई, सिख, पारसी, बौद्ध और जैन) को शामिल किया जाएगा।
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दानिश आजाद ने कहा कि शीर्ष कंपनियां स्टॉल स्थापित करेंगी जहां से शिक्षित युवाओं को रोजगार दिया जाएगा। वहीं ऑटोमोबाइल कंपनियां भी होंगी।दानिश आजाद ने कहा कि मदरसों के युवाओं को उनके लिए सरकार द्वारा चलाई जाने वाली विभिन्न कौशल योजनाओं और कल्याणकारी योजनाओं से भी जोड़ा जाएगा। आपको बता दे कि यूपी के 75 जिलों में से कम से कम 20 जिलों में मुस्लिम पर्याप्त संख्या में मौजूद हैं।
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