शिवनंदन सिंह संवाददाता
पटना: बिहार के बेगूसराय में बीते दिन हुई गोलीबारी के मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चौंकाने वाला बयान दिया है। सीएम नीतीश ने कहा, ‘बेगूसराय में किसी न किसी ने जानबूझकर यह धंधा किया है। जहां पर घटना घटी है वहां पर एक तरफ पिछड़े जाति के लोग थे और दूसरी और अल्पसंख्यक समाज के लोग।
पुलिस अधिकारियों को हर तरह से जांच करने का आदेश दिया गया है। कुछ दिन पहले ही बैठक कर बिहार में पुलिस विभाग और गृह विभाग को कानून व्यवस्था ठीक रखने का निर्देश दिया है। बेगूसराय की घटना घटने के बाद कई लोगों ने इसकी फोन करके मुझे जानकारी दी है, निश्चित कुछ ना कुछ इसमें है जिसे पता करना है। सरकार बदली है इन तमाम चीजों को देखा जाएगा। एक की हत्या हुई है पुलिस इस मामले को देख रही है 7 लोगों को सस्पेंड किया जा चुका है। आज भी मैंने मीटिंग बुला करके पूरी चीजों को देखा है। बिहार में मैंने पहले भी लोगों को सचेत किया है जो किया जा रहा है कुछ ना कुछ इसका मतलब साफ है। हर जगह हर चीजों को देखा जा रहा है।’ सीएम नीतीश के द्वारा दिए गए इस बयान के बाद सवाल उठने लगे हैं कि क्या वह इस गंभीर मामले को कोई नया एंगल देने की कोशिश कर रहे हैं।
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ऐसे में बीजेपी ने सुशील मोदी का ने कहा कि बीते दिन जिस तरीके से मोटरसाइकिल पर सवार अपराधियों ने एक शख्स की हत्या कर दी और 10 से ज्यादा लोगों को घायल करके मौके से फरार हो गए थे। आपको बता दे कि बिहार के इतिहास की यह पहली ऐसी घटना है। जिसमें करीब 30 किलोमीटर की रेंज में बाइक सवार ड्राइव करता रहा और अंधाधुंध 50 से ज्यादा गोलियां चलाई।और पुलिस कुछ नहीं कर पाई जबकि वह 4 थाना क्षेत्र इलाके को पार कर गया। इसके बाद जब मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया बेहद आपत्तिजनक है। वह कह रहे हैं कि यह साजिश है। अगर यह साजिश है तो आपकी पुलिस क्या कर रही थी। CID क्या कर रहा था। साजिश का पता क्यों नहीं चला। क्या आपकी पुलिस इतनी कमजोर हो गई है कोई साजिश रचे और आपको पता भी ना चले। जिस तरह से पूरे मामले को जातीय रंग देने का प्रयास किया जा रहा है।
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यह बहुत ही गलत है। जहां से गोली चलाने की शुरुआत हुई वह भूमिहारों का इलाका है। एनएच के किनारे-किनारे कहीं घनी बस्ती है ही नहीं। जिन लोगों को गोली लगी है उसमें भूंजा बेचने वाला, आइस्क्रीम बेचने वाला, गैस पहुंचाने वाला है। घायलों में एक राजपूत जाति से है। इसलिए गोली कांड में जो घायल हुए हैं उनकी जाति चाहे जो कुछ भी हो, मारने वाला कोई जाति देखकर नहीं मार रहा था। वह तो एक कोने से दूसरे कोने तक अंधाधुंध गोली चलाता गया है। इसलिए इस घटना में यह कहना कि फलाने जाति की बस्ती है यह कहना निंदनीय है। मुख्यमंत्री जी आपको गंभीरता दिखानी चाहिए थी। आप हंस रहे हैं। आप इसको सामान्य घटना के रूप में ले रहे हैं, यह दुखद है।