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राफेल डील पर मचे सियासी घमासान के बीच पीएम मोदी को मिला फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों का साथ

राफेल डील पर मचे सियासी घमासान के बीच पीएम मोदी को मिला फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों का साथ

नई दिल्ली:राफेल डील पर मचे सियासी घमासान के बीच फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों का बयान आया है। मैक्रों का बयान सरकार के लिए संजीवनी साबित हो सकता है। फ्रांस के राष्ट्रपति ने कहा है कि पीएम मोदी सही हैं, ये दो सरकारों के बीच का समझौता है। इमैनुएल मैक्रों ने कहा, ”जिस समय ये सौदा हुआ उस समय मैं सत्ता में नहीं था, इसलिए इस पर टिप्पणी नहीं कर पाऊंगा, मुझे पता है कि हमारे नियम बेहद स्पष्ट हैं, ये दो सरकारों के बीच हुआ सौदा है, ये सौदा भारत और फ्रांस के बीच सैन्य और रक्षा गठबंधन के व्यापक ढांचे का हिस्सा है, ये मेरा पक्ष है और मैं पीएम मोदी की ओर से कही गई बात को ही दोहराऊंगा।”

 

president of france राफेल डील पर मचे सियासी घमासान के बीच पीएम मोदी को मिला फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों का साथ

 

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मैंक्रो ने ये भी कहा, ”प्रधानमंत्री मोदी सही हैं, ये दो सरकारों के बीच हुआ समझौता है। रक्षा मामलों पर भारत और फ्रांस के बीच अच्छे संबंध हैं। मैं किसी और चीज पर टिप्पणी नहीं करना चाहता।”वहीं कांग्रेस मैक्रों के बयान को मौन स्वीकृति बता कर दाल में कुछ काला होने की बात कह रही है।

 

आपको बता दें कि यूपीए सरकार ने 600 करोड़ रुपये में एक राफेल विमान का सौदा किया था। अब बताया जा रहा है कि सरकार को एक राफेल करीब 1600 करोड़ रुपये का पड़ेगा। राफेल डील में 50 प्रतिशत ऑफसेट क्लॉज यानि प्रावधान है। यानि इस सौदे की पचास प्रतिशत कीमत को रफाल बनाने वाली कंपनी, दसॉल्ट को भारत में ही रक्षा और एयरो-स्पेस इंडस्ट्री में लगाना होगा। इसके लिए दसॉल्ट कंपनी ने भारत की रिलायंस इंडस्ट्री से करार किया है।

 

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By: Ritu Raj

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