लखनऊ। इस बार हिंदुओं का पवित्र त्योहार होली शुक्रवार यानी की जुम्मा पर पड़ रहा है, जिसको लेकर मुस्लिम धर्मगुरुओं ने सौहार्द का परिचय देते हुए जुम्मे की नमाज को एक घंटा पीछे कर दिया है। धर्मगुरुओं ने उत्तर प्रदेश की राजधानी समेत पूरे प्रदेश में इस नियम को लागू कर दिया है। दरअसल जुम्मे की नमाज 12 बजकर 45 मिनट पर पढ़ी जाती है, लेकिन इस बार जुम्मे की नामज 1 बजकर 45 मिनट पर पढ़ी जाएगी ताकि हिंदू समाज होली का त्योहार आराम से मना सके और किसी भी तरह का झगड़ा न होने पाए। ईदगाह ऐशबाग लखनऊ के इमाम और इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के चेयरमैन मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली और शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जवाद ने भी नमाज के समय में बदलाव करने की अपील धर्मगुरुओं से की है।
वहीं, दूसरी तरफ होली का त्योहार शांति और सौहार्दपूर्ण तरीके से मनाया जा सके इसके लिए प्रशासन और शासन भी सक्रिय है। शिया मौलाना कल्बे जवाद ने आसिफी मस्जिद में 12:22 पर होने वाली जुमे की नमाज का समय बदलकर एक बजे कर दिया है। मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने भी ईदगाह दारुल उलूम फरंगी महल में 12:45 पर होने वाली जुमे की नमाज का समय बदलकर 1:45 कर दिया है। इसके साथ ही तमाम मस्जिद के इमामों से एक अपील की है कि जहां पर जुमे की नमाज का समय 12:30 से एक के मध्य है वो अपना समय बढ़ा लें। मौलाना खालिद ने कहा- इस देश का इतिहास है कि हम लोग सभी धर्मों के त्योहार मिलकर भाईचारे से मनाते हैं।
इस गंगा जमुनी तहजीब को हमें बरकरार रखना है, हम लोगों को एक दूसरे के धार्मिक जज्बातों का ख्याल रखना होगा। वहीं, शिया चांद कमेटी के अध्यक्ष मौलाना सैफ अब्बास ने भी नमाज पढ़ने जाने वालों से अपील की है कि होली के दिन संयम बरतें। फिरंगी महली ने कहा कि हिंदू-मुस्लिम भाईचारे का उदहारण एक बार फिर पेश करने का यह अच्छा अवसर है। दूसरी तरफ मौलाना कल्बे जव्वाद ने कहा कि हमारे देश की परंपरा है कि सब लोग हर पर्व को मिलजुलकर मनाते हैं। ऐसे में होली खेलने वाले और जुमे की नमाज अदा करने वालों को कोई दिक्कत न हो, इसलिए जुमे की नमाज का वक्त बढ़ा दिया गया है।