समाजवादी पार्टी से राज्यसभा सांसद नरेश अग्रवाल का राज्यसभा में दिए गए बयान पर अब सियासत और भी ज्यादा तेज हो गई है। नरेश अग्रवाल को अब चारों तरफ से घेरा जाने लग गया है। राज्यसभा में बयान देने के बाद से उन पर आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। और अब तो उनका पुतला भी फूंका जाने लग गया है। हिंदू जागरण मंच के प्रांतीय मंत्री व प्रभारी विमल द्विवेदी ने नरेश अग्रवाल के बयान की कड़ी आलोचना करते हुए अपने कार्यकर्ताओं से साथ मिलकर उनके खिलाप जुलूस निकाला।
इस दौरान नरेश अग्रवाल के खिलाफ नारेबाजी भी की जा रही थी। नारोबाजी करते हुए कार्यकर्ताओं ने नरेश अग्रवाल का पुतला भी फूंक डाला। नरेश अग्रवाल के बयान के बाद हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं में उनके प्रति काफी गुस्सा देखा जा रहा था। विमल द्विवेदी ने तो नरेश अग्रवाल से सार्वजनिक तौर पर हिंदू समाज से अपने द्वारा दिए गए बयान के लिए माफी भी मांगने की बात कही है। विमल द्विवेदी ने कहा है कि ऐसे नेताओं को समाज कतई बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कहा है कि ऐसे नेताओं का समाज बहिष्कार करेगा, आखिर हिंदू समाज कितना बर्दाश्त करेगा ऐसे नेताओं को जो अपने ही देवी देवताओं का मजाक बना देते हैं।
विमल द्विवेदी ने कहा है कि नरेश अग्रवाल द्वारा दिए गए विवादित बयान के बाद सपा महासचिव राम गोपाल यादव उनका साथ देते हुए नजर आ रहे हैं। यह गलत है। वही दूसरी तरफ बीजेपी लघु उद्योग व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक विनीत अग्रवाल शारदा ने नरेश अग्रवाल को घेरते हुए एक बड़ा ऐलान किया है। उनका कहना है कि जो भी नरेश अग्रवाल का मुंह काला करके सिर मूंडने का काम करेगा वह उसे एक लाख रुपए देंगे। साथ ही विनीत अग्रवाल शारदा ने परतापुर थाने में नरेश अग्रवाल के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया है।उन्होंने कहा है कि इस तरह के अभद्र व्यवहार को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा है कि नरेश अग्रवाल बाबर और गौरी के वंशज हैं और वह हिंदू हैं या नहीं इस पर भी उन्हें शंका है। इसलिए नरेश अग्रवाल का टेस्ट होना चाहिए। शारदा ने साफ किया है कि इनाम की घोषणा करने का कारण इन जैसे लोगों को सबक सिखाना है।