गुरुवार को बीपीसीएल (भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन) ने बिहार के स्वास्थ्य मंत्री और लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप यादव के पेट्रोल पंप का लाइसेंस रद्द कर दिया है। बीपीसीएल की यह कार्रवाई ऐसे वक्त में हुई है जब तेज प्रताप यादव के पेट्रोल पंप पर तेल कंपनी की की कार्रवाई पर लगा स्थगन को हटाया गया है। जानकारी के अनुसार उन्होंने गलत जानकारी देकर लाइसेंस के लिए आवेदन किया था, कारणवश उनका लाइसेंस रद्द किया गया है। गुरुवार को बीपीसीएल अधिकारियों की टीम ने लारा पेट्रोल पंप पहुंच कर लाइसेंस रद्द करने का नोटिस दिया।
वही लालू प्रसाद यादव के परिवार पर आए दिन कोई ना कोई नया संकट उत्पन्न हो रहा है। जहां एक तरफ लालू प्रसाद यादव समेत उनके परिवार पर बेनामी संपत्ति को आरोप लगा है जिस पर कार्रवाई भी चल रही है। जो लोग पहले लालू प्रसाद यादव के करीबी हुआ करते थे अब वह भी उनसे दूर होने लग रहे हैं। इस दौरान बीजेपी ने तो बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के साथ अब तो स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव का भी इस्तीफा मांगा है।
गौरतलब करने वाली बात यह है कि 17 जून को बीपीसीएल ने तेज प्रताप के पेट्रोल पंप के लाइसेंस को रद्द कर दिया था। जिसके बाद वह अदालत पहुंच गए थे। और फिर कोर्ट के आदेश के बाद बीपीसीएल की कार्रवाई पर रोक लगा दी गई थी। लेकिन अब देखने वाली बात यह है कि बिहार में मची घमासान के बीच आरोपों के घेरे में फंसे तेजस्वी यादव क्या अपना इस्तीफा देते हैं या फिर बिहार के सीएम नीतीश कुमार द्वारा कोई बड़ा फैसला सुनने को मिल सकता है। यह तो वक्त ही बताएगा कि क्या आने वाले वक्त में बिहार कैबिनेट में तेजस्वी यादव दिखाई देंगे या नहीं।