आमतौर पर हम कैंसर के बारे में जानते हैं और पढ़ते हैं। लेकिन आज भी अधिकतर लोग स्तन कैंसर की बीमारी से अनजान है। जबकि स्तन कैंसर महिलाओं में मृत्यु का दूसरा सबसे बड़ा कारण है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक महिलाओं में स्तन कैंसर होने के औसतन 13% जोखिम रहते हैं। हालांकि पहली यह बीमारी केबल अधिक उम्र की महिलाओं में सुनने को मिलती थी। लेकिन आजकल कम उम्र की लड़कियों व महिलाओं में भी स्तन कैंसर बीमारी के बार सुनने को मिल जाती है। वैसे तो स्तन कैंसर एक जानलेवा बीमारी है लेकिन समय रहते इसका इलाज करा लिया जाए तो मृत्यु की 90% चांसेस कम हो जाते हैं।
स्तन कैंसर दुनिया भर में एक आम बात हो गई है। ऐसा नहीं है कि इस बीमारी से केवल महिलाएं ही पीड़ित है। कभी-कबार इस बीमारी से पुरुष भी पीड़ित हो सकते हैं। स्तन कैंसर का मुख्य कारण मोटापा है। हालांकि मोटापा लगभग 30 प्रकार के कैंसर का जनक हो सकता है।
स्तन कैंसर होने के क्या है कारण
- समय से पहले मासिक धर्म शुरू होना।
- गर्भनिरोधक गोलियों का अत्यधिक सेवन।
- हार्मोन स्थान्तरित थेरेपी।
- देर से रजोनिवृत्ति शुरू होना।
- अत्यधिक मोटापा।
- डाइट में गड़बड़ी।
- BRCA1, BRCA2 और P53 जैसे जीनों में म्यूटेशन।
- लंबे समय तक अंतर्जात एस्ट्रोजेन के संपर्क में रहना।
- जेनेटिक प्रॉब्लम।
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स्तन कैंसर के लक्षण
- स्तन में गांठ या मस्से
- स्तन में सूजन
- स्तन की त्वचा परिवर्तन
- जलन या स्तन की त्वचा लाल पड़ना
- त्वचा का मोटा होना
- निप्पल में बदलाव
- अंडर आर्म में गांठ
- ब्रेस्ट कैंसर से कैसे बचें
ब्रेस्ट कैंसर यानी स्तन कैंसर से पीड़ित महिलाओं को अपने खान-पान पर विशेष ध्यान देना चाहिए। साथ ही अपने भोजन में विटामिन डी और कैल्शियम जैसे अनेकों पोषक तत्वों को शामिल करना चाहिए।
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विटामिन डी और कैल्शियम
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ओमेगा 3 फैटी एसिड
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हरी सब्जियां
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संतुलित आहार
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प्रोटीन से भरपूर डाइट