नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 35वीं बार देश को मन की बात के जरिए संबोधित किया। प्रधानमंत्री मोदी हर महीने के आखिरी रविवार को ठीक 11 बजे देश को मन की बात कार्यक्रम के जरिए संबोधित करते हैं जिसमें वो सभी देश वासियें को अपने मन के विचारों से अवगत कराते हैं। पीएम मोदी ने अपने कार्यक्रम की शुरूआत करते हुए हरियाणा हिंसा पर चिंता जताई और साथ ही कहा कि इस शांतिपूर्ण देश में इस तरह की हिंसा स्वीकार नहीं कि जाएंगी। जो लोग आस्था के नाम पर हिंसा फैला रहे हैं और जो दोषी हैं उन्हें सजा दी जाएगी उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।
बता दें कि पीएम ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए देश वासियों को त्योहारों के लिए शुभकामनाएं दी। मन की बात में पीएम मोदी जनता के सवालों के जवाब देने के साथ-साथ उनके विचारों को भी अपने कार्यक्रम के जरिए जनता तक पहुंचातें हैं। इस बार पीएम मोदी ने जनता को गरीबो के साथ मोल भाव न करने का संदेश जनता तक पहुंचाया। पीएम ने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि जब हम किसी बड़ी दुकान या मॉल में जाते हैं तो बिना बिल देखे ही पैसे दे देते हैं। लेकिन जब हम किसी छोटी दुकान पर जाते हैं तो हम उनसे दो-तीन रूपये के लिए मोल भाव करने लगते हैं।
वहीं पीएम मोदी ने कहा कि ये गलत है ऐसा करना उस गरीब की मेहनत और इमानदारी पर शक करने के बराबर है। हमें ऐसा नहीं करना चाहिए। वो गरीब पूरे दिन मेहनत करके अपने परिवार के लिए पैसे कमाता है और हम वहीं मोल भाव करते हैं जहां हमें सिर्फ दो-तीन रूपये का फायदा होता है। जबकि अगर वो दो-तीन रूपये किसी गरीब की जेब में चले जाएंगे तो हमें कोई फर्क नहीं पड़ेगा। हमें किसी गरीब की इमानदारी पर शक नहीं करना चाहिए।