हरियाणा के मंत्री एवं पूर्व हॉकी खिलाड़ी संदीप सिंह पर जूनियर महिला कोच विवाद में सनसनीखेज खुलासा हो रहे हैं।
यह भी पढ़े
Delhi News: आदर्शनगर इलाके में खौफनाक वारदात, शख्स ने युवती पर चाकू से किया हमला, आरोपी गिरफ्तार
हरियाणा के मंत्री एवं पूर्व हॉकी खिलाड़ी संदीप सिंह पर जूनियर महिला कोच विवाद सनसनीखेज खुलासा हो रहे हैं। महिला कोच के वकील दीपांशु बंसल ने कहा कि CM का बयान भी मंत्री के बचाव वाला है। हरियाणा CM मनोहर लाल का बयान जांच को प्रभावित करने वाला है? CM ने कहा था कि महिला कोच अनर्गल आरोप लगा रही हैं। सिर्फ आरोप लगाने से कोई दोषी नहीं हो जाता। इसकी जांच हो रही है और उसके बाद कार्रवाई होगी।
8 घंटे तक चली पूछताछ के बाद पीड़िता महिला कोच का बयान
पीड़िता महिला कोच के वकील दीपांशु बंसल ने पूछताछ के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि चंडीगढ़ पुलिस एसआईटी को प्रॉपर डिटेल के साथ हर एक बात बताई गई है। जो पेंडिंग मुद्दे थे, उन्हें भी एसआईटी को बताया गया।
चंडीगढ़ पुलिस ने मुझ पर कोई दवाब नहीं बनाया
महिला कोच ने बताया कि उनपर फोन काल के जरिए दवाब बनाने की कोशिश की जा रही है।उन्हें लगातार फ़ोन कॉल्स आ रही है, कि आप जिस भी देश जाना चाहती है जाए। आपको 1 महीने का 1 करोड़ रुपये दिए जाएगें।
मामला चंडीगढ़ तो एसआईटी हरियाणा की क्यों?
महिला कोच के वकील दीपांशु बंसल का कहना है कि यह सारा मामला चंडीगढ़ का था, चंडीगढ़ पुलिस ने 160 का नोटिस दिया था, जिसके बाद हम पुलिस स्टेशन में बयान दर्ज करवाने पहुंचे। बीते 8 घन्टो से सवाल जवाब हुए है। जो भी रिकार्ड्स मेरे क्लाइंट के पास थे वह पुलिस को सौंप दिए गए है। महिला कोच का फ़ोन भी पुलिस को दे दिया है। चौथी बार इनसे पूछताछ हुई। तो वहीं दूसरी ओर पुलिस ने संदीप सिंह से ना तो कोई पूछताछ की और ना ही उन्हें अरेस्ट किया गया।
दीपांशु बंसल का कहना है कि उन्होनें एसआईटी के इंचार्ज से बात की है कि वह संदीप सिंह से पूछताछ करे। वह 2 या 3 दिन का टाइम पुलिस को देगें ताकि वह संदीप सिंह को अरेस्ट करे। 164 का बयान आज ही दर्ज करवाएंगे। संदीप सिंह पर गैर जमानती धाराएं लगी है उनको फिर भी अरेस्ट क्यों नही कर रही है पुलिस ये बड़ा सवाल।
किसी भी दबाव से नहीं डरती
हरियाणा के पंचकूला स्टेडियम में तैनात महिला कोच ने बताया कि उसे धमकियां मिल रही हैं, लेकिन वह किसी भी धमकी या दबाव से नहीं डरती। वह हर स्तर पर लड़ाई लड़ने के लिए तैयार है। उसे किसी प्रकार के दबाव का डर नहीं लगता है। महिला कोच ने बताया कि उसे चंडीगढ़ पुलिस की जांच पर पूरा भरोसा है। इससे पहले वह हरियाणा पुलिस की जांच कमेटी के सामने पेश होने से इनकार कर चुकी है। उसका कहना है कि हरियाणा पुलिस का इससे कुछ लेना-देना नहीं है क्योंकि पूरा वाकया चंडीगढ़ का है।
जांच के लिए ली 10 दिन की लीव
जूनियर महिला कोच ने कानूनी प्रक्रिया में शामिल होने के लिए 10 दिन का अवकाश लिया है। पीड़िता का कहना है कि लड़ाई लंबी है, इसके साथ ही अपने आत्मसम्मान को बचाने के लिए वह हर तरह से तैयार रहना चाहती है। महिला कोच ने बताया कि विवाद से जुड़े सभी सबूत उसने जुटा लिए हैं, कुछ पुलिस को सौंप दिए हैं। कुछ अभी बाकी हैं, जो जल्द ही पुलिस को सौंप दिए जाएंगे।
संदीप सिंह के आवास पर पहुंची एसआईटी
सन्दीप सिंह के सरकारी आवास पर चंडीगढ़ पुलिस की एसआईटी पहुंचने से अब वहां पर हलचल तेज़ हो गई है। एसआइटी यहां पर सीन ऑफ क्राइम का जायजा ले सकती है। महिला कोच और उनके वकील भी संदीप सिंह के सरकारी आवास पर पहुंचे हुए हैं।