गुजरात चुनाव को लेकर इन दिनों राजनीतिक घमासान मचा हुआ है। माना जा रहा था कि चुनाव आयोग की तरफ से हिमाचल प्रदेश और गुजरात विधानसभा चुनाव एक साथ कराए जाएंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ। गुजरात चुनाव में देरी के कारण अब कांग्रेस पार्टी सुप्रीम कोर्ट को चौखट पर पहुंच गई है। कांग्रेस ने पहले भी बीजेपी पर चुनाव आयोग से जुड़े हुए कई गंभीर आरोप लगाए थे।
सूत्रों के हवाले से खबर है कि कांग्रेस ने अपनी याचिका में कहा कि हिमाचल प्रदेश में चुनवा की तारीखों की घोषणा हो गई है और गुजरात मतगणना की तारीख की भी घोषणा हो गई है। लेकिन दोनों राज्यों के चुनाव एक साथ क्यों नहीं कराए जा रहे हैं। कांग्रेस लीगल डिपार्टमेंट प्रमुख विवेक तनखा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में 14 तथ्य दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग से उम्मीद थी कि इसका जवाब मिलेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
कांग्रेस ने याचिका में सवाल उठाए हैं कि गुजरात चुनाव की अधिसूचना अभी तक जारी क्यों नहीं की गई है। वही रविवार को इस मुद्दे पर पीएम मोदी ने भी बयान दिया था। उन्होंने चुनाव आयोग पर सवाल उठाने वाली कांग्रेस पार्टी की जमकर आलोचना भी की थी। उन्होंने कहा था कि संवैधानिक निकाय पर सवाल खड़ा करने के अधिकार कांग्रेस के पास नहीं है। आपको बता दें कि 12 अक्टूबर को चुनाव आयोग ने हिमाचल प्रदेश में चुनाव की तारीखों की घोषणा की थी।