लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल विश्वविद्यालय के लिए नए निर्देश जारी किए। शिक्षकों के कई पद खाली पड़े हुए हैं, जिन पर भर्ती प्रक्रिया को लेकर यह निर्देश जारी किया गया है। शिक्षा व्यवस्था को और मजबूती देने के लिए राज्यपाल की तरफ से यह कदम उठाया गया।
एक समान हो चयन प्रक्रिया
विश्वविद्यालय में खाली पड़े पदों पर चयन प्रक्रिया को एक समान रखने का निर्देश राज्यपाल की तरफ से दिया गया। उन्होंने कहा कि शिक्षकों के चयन की प्रक्रिया को आसान और सही ढंग से किया जाना चाहिए। सभी पदों पर भर्ती करके विश्वविद्यालय को पूरी क्षमता पर संचालित करने की सलाह दी गई।
नई शिक्षा नीति पर 15 जून तक मांगे सुझाव
इतना ही नहीं सभी विश्वविद्यालय से नई शिक्षा नीति के सफल क्रियान्वयन को लेकर सुझाव मांगा गया है। छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए राज्यपाल की तरफ से कहा गया कि चरणबद्ध तरीके से छात्रों को अगले वर्ष में प्रमोट किया जाए। परीक्षा भी सही रणनीति के साथ हो। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही से बचने की कोशिश विश्वविद्यालय प्रशासन को करनी चाहिए।
वित्तीय अनियमितता पर भी उन्होंने सख्त निर्देश दिए, राज्यपाल ने कहा कि किसी भी तरह की ऐसी वित्तीय अनियमितताएं बर्दाश्त नहीं की जाएंगी। दरअसल राज्यपाल ही विश्वविद्यालय के कुलाधिपति होते हैं, इसी तौर पर तमाम विश्वविद्यालयों के साथ ऑनलाइन समीक्षा बैठक की गई, जिसमें यह निर्देश जारी किया गया।
महामारी के इस दौर में ज्यादातर ऑनलाइन पढ़ाई ही करवाई जा रही थी। लंबे समय से छात्र विश्वविद्यालय परिसर में नहीं गए, दोबारा शिक्षा व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए शिक्षकों की भर्ती और अन्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने पर लगातार जोर दिया जा रहा है।