नई दिल्ली: प्रदेश की जनता ने हाल ही में सत्ता का परिवर्तन किया है. और नए मुख्यमंत्री बने कमलनाथ. राज्य में कांग्रेस की सरकार आने के बाद शिवराज सरकार के कई फैसले को बदला जा रहा है. कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने संबल योजना के तहत दिये जाने वाले राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के फोटो वाले स्मार्ट कार्ड निरस्त कर दिए हैं.
नरेन्द्र सलूजा ने दी जानकारी
इस बात की जानकारी प्रदेश कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा ने दी. नरेन्द्र सलूजा ने शुक्रवार को कहा, ”राज्य सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के फोटो वाले स्मार्ट कार्ड निरस्त करने के आदेश दिए हैं.” उन्होंने कहा कि अब राज्य सरकार नए कार्ड जारी करेगी, जिसमें किसी भी नेता-मंत्री का फोटो नहीं होगा.
कार्ड छपवाने में करीब 18 करोड़ रुपये हुए थे खर्च
सलूजा ने बताया, ”चौहान के फोटो वाले इन स्मार्ट कार्डों की छपाई पर तत्कालीन प्रदेश सरकार ने करीब 18 करोड़ रुपये खर्च किए थे. चौहान ने अपनी पब्लिसिटी के इन कार्डों पर अपनी फोटो छपवाई थी.” प्रदेश बीजेपी के उपाध्यक्ष विजेश लुनावत ने आरोप लगाया है कि कांग्रेसनीत मध्य प्रदेश सरकार गरीबों के लिए हमारे द्वारा चलाई गई संबल योजना को बंद कर रही है.
बता दें कि चौहान के नेतृत्व वाली पूर्व बीजेपी सरकार ने जून 2018 में ‘मुख्यमंत्री जनकल्याण संबल योजना’ शुरू की थी, जिसके तहत श्रम विभाग ने राज्य के सभी जिलों में कामकाजी और असंगठित मजदूरों का रजिस्ट्रेशन किया था और उन्हें ये कार्ड जनपद पंचायत के माध्यम से बांटे जाने थे. लेकिन चुनाव के कारण ये नहीं बाटें जा सके.
इससे पहले कमलनाथ ने एक आदेश जारी कर मीसाबंदियो को दी जाने वाली पेंशन को स्थाई तौर पर बंद कर दिया है. इस योजना को साल 2008 में शुरू की गई थी.