लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोविड संक्रमण के गंभीर मरीजों की संख्या में दिनों-दिन इजाफा हो रहा है। ऐसे में जिला प्रशासन ने इनके इलाज के लिए शहर के पांच बड़े अस्पतालों को आरक्षित किया है।
लखनऊ जिला प्रशासन ने जिन पांच अस्पतालों को कोविड मरीजों के इलाज के लिए आरक्षित किया है, उनमें मेदांता हॉस्पिटल (शहीद पथ), अपोलो मेडिक्स इंटरनेशनल लाइफ साइंसेज लिमिटेड (एलडीए कॉलोनी) और सहारा हॉस्पिटल (गोमती नगर) शामिल हैं।
ये अस्पताल भी आरक्षित
इसके अलावा किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) के शताब्दी हॉस्पिटल फेस वन व टू और एसजीपीजीआइ के यकृत प्रत्यारोपण भवन को भी कोरोना मरीजों के इलाज के लिए आरक्षित किया गया है।
प्रभारी डीएम डॉ. रोशन जैकब के मुताबिक, इस समय राजधानी में आइसीयू वाले बेडों की ज्यादा आवश्यकता है। इसीलिए लेवल-2 व लेवल-3 स्तर के बड़े हॉस्पिटल्स को आरक्षित किया जा रहा है। इनकी सुविधाएं मिलने से कोविड के गंभीर मरीजों के इलाज में आ रही परेशानियों को दूर किया जा सकेगा।
ये सुविधाएं भी होंगी आरक्षित
इन हॉस्पिटल्स के भवन परिसर व उनमें मौजूद बेड, दवाओं व रसायन, उपकरण, मानव संसाधन, कमरों व फर्नीचर के साथ ही बिजली जनरेटर, ऑक्सीजन प्लांट, पेयजल सुविधा आदि प्रबंधन सुविधाओं को आरक्षित करने के लिए कहा गया है।
प्रभारी जिलाधिकारी ने बताया कि, सभी अस्पतालों के प्रबंध तंत्र व अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि, वह अपने भवन परिसर को कोविड मरीजों के लिए ठीक करवाकर जल्द उन्हें व सीएमओ को सूचित करें। साथ ही उन्हें चेतावनी दी गई है कि इसमें ढिलाई बरतने पर कार्रवाई की जाएगी।