गरीबों और जरूरतमन्द परिवारों के लिए सरकार की योजनाएं किस तरह जीवन रक्षक सिद्ध होती हैं, इसके ज्वलन्त उदाहरण बने हुए ग्रामीण। अब राजस्थान सरकार द्वारा जारी मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में अधिक से अधिक परिवारों से जुड़ने की अपील करते हुए प्रभावी एवं प्रेरक माहौल बना रहे हैं।
लाभदायक है ये योजना
जिला कलक्टर आशीष मोदी के निर्देश पर इन दिनों जैसलमेर जिले भर में जिला प्रशासन इस कवायद में जुटा हुआ है कि मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के अन्तर्गत जिले में लक्ष्य के अनुरूप अधिकाधिक लोग इस योजना से जुड़ जाएं ताकि बीमारी के ईलाज के वक्त यह योजना उनके लिए संजीवनी साबित होकर जीवन रक्षा का वरदान दे सके।
850 रुपए जमा करा जुड़ जाएंगे योजना से
स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए वरदान से कम नहीं इस योजना में 850 रुपए जमा करा कर कोई भी जुड़ सकता है। इसमें जरूरत पड़ने पर 5 लाख रुपए तक का ईलाज निःशुल्क उपलब्ध होगा। इस योजना में खाद्य सुरक्षा से जुड़े लोगों को रजिस्ट्रेशन कराने की जरूरत नहीं है। इनके अलावा के लोगों के लिए पंजीकरण की जरूरत है और इस योजना में रजिस्ट्रेशन के लिए अंतिम तिथि 30 अप्रेल है।
मात्र 10 दिन शेष रहते हुए जिला प्रशासन की भरसक कोशिश यही है कि जिले के अधिक से अधिक लोग इस योजना में अपना पंजीकरण करवा लें ताकि स्वास्थ्य सुरक्षा की दृष्टि से जिलेवासी सुरक्षित भविष्य महसूस कर सकें।
लोगों ने अपने विचार किए साझा
पिछले वर्षों में स्वास्थ्य सुरक्षा से लाभान्वित होकर निःशुल्क ईलाज करा चुके लोग अपनी आपबीती बताते हुए जिले के लोगों से यही अपील कर रहे हैं कि वे मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में अनिवार्य रूप से पंजीकरण कराएं ताकि बीमारी की स्थिति में उन्हें निःशुल्क ईलाज और सेहत का सुकून प्राप्त हो सके।
जैसलमेर जिले के अमरसागर गांव के रहने वाले नरसिंगाराम भी ऐसे ही ग्रामीण हैं जिन्होंने पिछले वर्षों में सरकार की स्वास्थ्य सुरक्षा योजना का लाभ पाकर अपना जीवन बचाया है। और आज सामान्य जीवन जीते हुए अपने काम-धंधे में लगे हुए परिवार का भरणपोषण कर आसान जिन्दगी बसर कर रहे हैं।
डेढ़ लाख का ईलाज मुफ्त में हुआ
नरसिंगाराम बताते हैं कि कुछ साल पहले उन्हें हार्ट की प्रोब्लम हुई। इसे डॉक्टरों ने गंभीर बताते हुए ईलाज की राय दी। इस पर उन्होंने अहमदाबाद के सिम्स हॉस्पिटल पहुंचकर अपनी जांचें करवाई, जहां डॉक्टरों ने हार्ट का ऑपरेशन करना जरूरी बताया और इसके लिए डेढ़ लाख रुपए का खर्च बताया। इतना खर्च सुनकर एकबारगी तो नरसिंगाराम चौंक उठे और उन्हें हताशा ने घेर लिया।
लेकिन बाद में किसी ने उन्हें जयपुर जाकर ईलाज कराने की राय दी। इस पर वे सवाई मानसिंह अस्पताल जयपुर पहुंचें जहां जांचों के बाद उनका ईलाज हुआ। इस दौरान हार्ट में एक स्टेन लगाया गया। लेकिन सारा ईलाज केवल इसलिए मुफ्त में हो पाया क्योंकि वे खाद्य सुरक्षा में चयनित थे। इसका लाभ मिला और उन्हें अपनी ओर से एक पैसा भी खर्च नहीं करना पड़ा।
अब बायपास सर्जरी के लिए तैयारी
वाहन चालन से आजीविका चलाने वाले नरसिंगाराम अब आसान जिन्दगी जीते हुए घर-परिवार को भरण-पोषण कर रहे हैं। वे बताते हैं कि कुछ माह पहले नियमित चैक अप के दौरान डॉक्टरों ने बताया कि उसके हार्ट में कुछ ब्लॉकेज हैं और अब बायपास सर्जरी की आवश्यकता है। इस पर उन्होंने एम्स जोधपुर में सम्पर्क किया और रजिस्ट्रेशन करवा रखा है, जहां वेटिंग में है। खाद्य सुरक्षा और एसईसीसी-2011 में पूर्व से ही चयनित होने से वे मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में कवर हैं।
नरसिंगाराम सरकार की इस नई योजना से खुश हैं और कहते हैं कि वह भी मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के अन्तर्गत बायपास सर्जरी और ईलाज का मुफ्त लाभ प्राप्त करेंगे।
आम लोगों के लिए वरदान है योजना
नरसिंगाराम अपने सम्पर्क में आने वाले सभी लोगों को सरकार की स्वास्थ्य रक्षा से जुड़ी सामाजिक सरोकारों की योजना का लाभ पाने के लिए प्रेरित करते हैं और कहते हैं कि राजस्थान की सरकार ने मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना लागू की है, यह आम लोगों के लिए वरदान से कम नहीं है। इस योजना के सूत्रपात के लिए वे मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत को धन्यवाद देना नहीं भूलते। नरसिंगाराम के शब्दों में सरकार संरक्षक की भूमिका का अच्छी तरह निर्वाह कर रही है।
जैसलमेर जिले के लोगों के नाम अपील में नरसिंगाराम कहते हैं कि सभी लोगों को इस योजना से जुड़ना चाहिए। इसके लिए पंजीयन की अंतिम तिथि 30 अप्रैल का इंतजार नहीं करें बल्कि जितना जल्द हो जुड़ें और स्वास्थ्य रक्षा की दृष्टि से निश्चिन्त हो जाएं।