लखनऊ: सूर्य चंद्रमा और पृथ्वी की खगोलीय घटना वर्ष में कई बार होती रहती है। जिसे सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण के रूप में जाना जाता है। इसका वैज्ञानिक और ज्योतिष महत्व दोनों है। साल का पहला सूर्य ग्रहण इस बार 10 जून को पड़ने वाला है, जिसके लिए अभी से कई तरह की संभावनाएं लगाई जा रही हैं।
क्या खास है इस बार के सूर्य ग्रहण में
10 जून को सूर्य ग्रहण साल का पहला सूर्य ग्रहण होगा। यह आकृति में वलयाकार होगा, जिसका भारत में सिर्फ आंशिक असर पता चलेगा। अन्य देशों में इसका विस्तृत रूप दिखाई देने की संभावना है इसकी पूरी अवधि 5 घंटे की होगी। जो दोपहर में 1:42 बजे शुरू होकर शाम को 6:41 तक आएगा। बता दें कि पहला चंद्रग्रहण भी 26 मई को लगा था। साल 2021 में कुल 4 बार ग्रहण लगने की संभावना जताई जा रही है।
धार्मिक दृष्टि से कई सावधानियां
धर्म कहता है कि ग्रहण के समय सूर्य और चंद्रमा कई तरह का कष्ट झेलते हैं। ऐसे में इस दौरान सभी लोगों को घर पर दान पुण्य जैसे काम करने चाहिए। किसी भी तरीके का शुभ काम नहीं किया जाता। लोग इस दौर को अशुभ घटना की तरह मानते हैं। दूसरी तरफ विज्ञान कहता है कि इस दौरान कई तरह की हानिकारक किरणों निकलती है, जिनका त्वचा पर आंखों पर बुरा असर होता है। ऐसे में घर पर रहना सबसे बेहतर है, कुछ वैज्ञानिक उपकरणों का प्रयोग करके सूर्य और चंद्र ग्रहण को देखा जा सकता है।