लखनऊः उत्तर प्रदेश में साल 2022 में विधानसभा चुनाव हैं, लेकिन प्रदेश के सूबे में सियासी सरगर्मियां बढ़ने लगी हैं। पार्टियों का वार-पलटवार का सिलसिला जारी हो गया। प्रदेश की योगी सरकार पर जहां बहुजन समाज पार्टी अपनी नरमी बनाए हुए है तो वहीं समाजवादी पार्टी सरकार को घेरने को काई मौक नहीं छोड़ रही है। इन सब के बीच राज्य में अपना अस्तित्व तलाश रही कांग्रेस भी सरकार को घेरने की प्रक्रिया शुरु कर चुकी है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए सरकार पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि राज्य में सेवाओं से वंचित लोगों की कोई व्यवस्था नहीं है। कोरोना वैक्सीन का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है लेकिन गांव में रहने वाले कम पढ़े-लिखे लोग कैसे ऑनलाइन आवेदन करें, साथ ही वहां खराब इंटरनेट और बिजली की भी समस्याएं हैं।
वैक्सीन को लेकर सरकार पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार ने पहली और दूसरी डोज के बीच समय सीमा बढ़ाकर 84 दिन कर दी हैं, जो की ठीक नहीं है। साथ ही दूसरी डोज दूसरी कंपनी द्वारा लगाई जा रही है। ऐसे में इससे खतरा हो सकता है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद अजय कुमार लल्लू वैक्सिनेशन के मुद्दे पर उप्र की राज्यपाल को अवगत कराने उनके आवास पहुंचे, जहां उन्हें राज्यपाल से मिलन नहीं दिया गया। जिसके बाद उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि कांग्रेस को राज्यपाल से मिलने का समय देकर उसे निरस्त कर दिया गया।
लोकतांत्रिक ढांचे के लिए आज काला दिन है। कांग्रेस पार्टी को राज्यपाल से मिलने का समय देकर उसे निरस्त कर दिया गया।
हम वैक्सिनेशन के मुद्दे पर उप्र की वेदना से राज्यपाल को अवगत कराना चाहते थे लेकिन उनके पास वक्त नहीं। pic.twitter.com/V6BN4qHUF3
— Ajay Kumar Lallu (@AjayLalluINC) June 4, 2021
बता दें कि, पिछले कई दिनों से कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा यूपी सरकार को घेरते आ रही हैं, ऐसे में अब प्रदेश अध्यक्ष का तीखा हमले से साफ पता चला रहा है कि कांग्रेस ने यूपी विधानसभा चुनाव में उतरने के लिए कमर कस चुकी है।