वेस्टर्न सर्कल के 5 वन प्रभागों के काफी संवेदनशील होने के वजह से यहां वन्य जीव तस्कर बड़े आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने की कोशिश में जुटे रहते हैं। बरसात के दिनों में जंगलों में सड़कें टूटने, नदियों में पानी आने और झाड़ियां उगने से जंगल घना होने से गश्त करना काफी मुश्किल भरा हो रहा है।
ऑपरेशन मानसून किया गया शुरू
बारिश का मौसम तस्करों के लिए अनुकूल होने की वजह से कई कुख्यात गिरोह फायदा उठाने की फिराक में रहते हैं। और पिछले सालों में कई गिरोह ने इसका फायदा उठाया भी है। वन विभाग ने ऐसे हालातों से निपटने के लिए ऑपरेशन मानसून शुरू कर दिया है। जिसके तहत जंगलों में गश्त तेज करते हुए अतिरिक्त व्यवस्था कर दी गई है।
हर गतिविधि पर रखी जा रही नजर
इस बार पुलिस की टीम और फॉरेस्ट की टीम जॉइंट कॉम्बिंग ऑपरेशन कर रही हैं। जिससे जंगलों में हो रही हर गतिविधि पर नजर रखी जा सके। अधिकारियों के मुताबिक जंगलों में गश्त तेज करने और हर समय चौकस रहने के लिए विभाग के रेंजर लगातार वायरलेस से वन चौकियों से संपर्क में हैं।
तीन माह का राशन भेजा गया
फतेहपुर रेंज में पुलिस ने फॉरेस्ट के साथ जॉइंट ऑपरेशन किया, घने जंगलों के बीच कुछ जगह के लिए अतिरिक्त कर्मचारियों की तैनाती भी की गई है। बरसात के दौरान सभी वन चौकियों को तीन माह का राशन और मेडिकल किट भेजी जा चुकी है। और पूरे बरसाती मौसम के दौरान कर्मचारियों को जंगलों में खास नजर रखने को कहा गया है।
पुलिस के साथ जॉइंट कॉम्बिंग ऑपरेशन
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक वनों में बारिश के समय अवैध गतिविधियों की सक्रियता बढ़ जाती है। जिसके चलते वन क्षेत्र में गश्त बढ़ायी गई है। इसके साथ ही सभी रेंज कर्मचारियों को भी अलर्ट रहने के लिए कहा गया है, अभी कुछ और दिन फॉरेस्ट अलग-अलग रेंज में पुलिस के साथ जॉइंट कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाएगी।