हरियाणा के बहादुरगढ़ में बिजली नहीं मिलने पर टिकरी बॉर्डर पर आंदोलन में शामिल किसानों ने दिल्ली- रोहतक नेशनल हाईवे पर जाम लगा दिया। रात के समय किसानों ने करीब 2 घंटे तक नेशनल हाईवे जाम रखा। दरअसल किसान करीब 5 घंटे के बिजली कट से परेशान होकर बिजली कार्यालय पहुंचे थे। लेकिन वहां भी उन्हें किसी तरीके का आश्वासन नहीं मिला। किसानों का कहना है कि अधिकारियों के फोन बंद थे और वहां कोई भी कर्मचारी उन्हें यह नहीं बता रहा था की बिजली का यह कट किसी लाइन फाल्ट के चलते हैं या फिर जानबूझकर किसानों की बिजली काटी गई है। जिससे नाराज होकर आंदोलनकारी किसान बहादुरगढ़ बाईपास पर स्थित जाखोदा मोड और कसार मोड़ पर नेशनल हाईवे की सड़क पर ही बैठ गए और जाम लगा दिया।
बता दें कि जाम लगने के कारण दिल्ली-रोहतक नेशनल हाईवे पर गाड़ियों की लंबी लंबी लाइनें लग गई। करीब 2 घंटे बाद जब बिजली आई तो किसानों ने जाम को खोला। मगर किसानों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार उन्हें मूलभूत सुविधाएं तक प्रदान नहीं कर रही है। जिससे वह परेशान तो हैं। लेकिन सरकार चाहे उन्हें कितना भी परेशान कर ले। किसान ना तो झुकेंगे और ना ही पीछे मुड़ेंगे। आंदोलन ज्यों का त्यों जारी रहेगा। हम आपको बता दें कि किसान पिछले 9 महीने से ज्यादा समय से टिकरी बॉर्डर पर तीन कृषि कानूनों को रद्द करवाने और एमएसपी को लेकर नया कानून बनाने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं।
वहीं 1 दिन पहले भी टिकरी बॉर्डर के आंदोलनकारी किसानों ने बहादुरगढ़ के लघु सचिवालय के सामने सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया था और सरकार पर उन्हें बिजली पानी और सफाई जैसी मूलभूत सुविधाएं प्रदान नहीं करने के आरोप लगाए थे। वहीं रात के समय बिजली नहीं आने के कारण किसानों के रोजमर्रा के कार्य प्रभावित हुए हैं। इतना ही नहीं खाना बनाने में भी उन्हें काफी परेशानी हुई है। जिससे किसानों में काफी रोष है।