लखनऊ: पहली बार उत्तर प्रदेश में ग्राम पंचायतों का अपना ग्राम सचिवालय और पंचायत भवन होगा। इनमें गांव के लोगों को आसानी से सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ तो मिलेगा ही साथ में बैकिंग की सेवा भी उपलब्ध होगी।
सभी नवीन और अत्याधुनिक उपकरणों से युक्त ग्राम सचिवालय का भवन देखते ही बनेगा। यहां जनसुविधा केंद्र होगा जो कि बैंकिंग की सेवा देगा। यहां पर बीसी सखी को तैनात किया जाएगा।
ग्राम पंचायतों की कार्यप्रणाली को व्यवस्थित स्वरूप प्रदान करने के लिये प्रदेश सरकार बड़ी तेजी से काम कर रही है। सरकार ने इसके लिये अगले तीन महीने में सभी ग्राम पंचायतों में ग्राम सचिवालय और ग्राम पंचायत भवनों की स्थापना के निर्देश दिये हैं। सरकार की इस पहल से गांव के लोगों को बड़ी सुविधा मिलेगी। विकास कार्यों के लिए यहां पहले से ही गांव के लोगों की समस्याएं सुनी जा रही है। और उसका समय पर ही निस्तारण किया जा रहा है।
33577 ग्राम पंचायतों में है पंचायत भवन
यूपी की 33577 ग्राम पंचायतों में पहले से ही पंचायत भवन निर्मित हैं। इन पंचायत भवनों में मरम्मत और विस्तार की कार्रवाई को अगले तीन माह में पूरा करने के लिये अधिकारियों से कहा गया है। सरकार की योजना प्रदेश में 24617 पंचायत भवन निर्मित करने की है। इनमें से 2088 आर.जी.एस.ए के तहत बनाए जाने हैं।
22529 पंचायत भवन की स्वीकृत
जबकि 22529 वित्त आयोग एवं मनरेगा के तहत स्वीकृत कर निर्मित करने हैं। इन सभी 24617 निर्माणाधीन पंचायत भवनों को भी सरकार ने युद्ध स्तर पर अगले तीन महीने में पूरी तरह से तैयार करने को कहा है। सरकार ने ग्राम सचिवालय को फर्नीचर और इक्युपमेंट की आपूर्ति करते हुए उन्हें सुसज्जित करने। उनमें कम्प्यूटर, इंटरनेट आदि की व्यवस्थाओं को पूरा करने को कहा है। सरकार की योजना ग्राम सचिवालयों में गांव के लोगों की सुविधा के लिये जनसेवा केन्द्र की स्थापना करना और बीसी सखी के लिये भी जगह उपलब्ध कराना है।
राज्य सरकार ग्राम पंचयातों में कार्यालय भवन की मरम्मत और विस्तार करने पर विचार किया है। राज्य सरकार गांवों में विकास की रफ्तार को बढ़ाना चाहती है। नव-निर्माण का कार्य तेजी से किया है। ग्राम सचिवालयों की स्थाप्ना भी सरकार का अभिनव प्रयोग है जिससे आने वाले समय में ग्रामीण जनता को बड़ा फायदा होने वाला है।
महिलाओं को सशक्त बनाने का प्रयास
गांव की महिलाओं से सशक्त बनाने के प्रयास किये हैं। इतना ही नहीं कोरोना काल में भी गांव-गांव तक चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के साथ जीवन और जीविका को बचाने का बड़ा कार्य किया है।