नई दिल्ली। भाजपा के पूर्व नेता और कांग्रेस के वर्तमान मित्र शत्रुध्न सिन्हा ने एक बार फिर केंद्र सरकार की नीतियों पर जमकर हमला किया है और आर्थिक मंदी के दौर में चल रही सुस्ती पर सरकार को खरी-खरी सुनाई है।
मौजूदा अर्थव्यवस्था को लेकर केन्द्र सरकार पर कई सवाल खड़े करते हुए शत्रुघ्न सिन्हा सात ट्वीट कर डाले। शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा है कि सर, आर्थिक मंदी पर स्पष्ट रूप से अभी हर किसी के बात करने का मुद्दा है…. क्या आपको नहीं लगता कि हमें इसके बारे में कुछ करना चाहिए? निजी क्षेत्र के व्यवसाय आशंकित हैं और यहां तक कि आम लोग भी सरकार की तरफ देख रहे है। वित्तीय संस्थान और बाजार में संकट है। तीन करोड़ से ज्यादा लोग बेरोजगार हैं!
मंदी से कृषि से लेकर ऑटोमोबाइल, साबुन से लेकर शैंपू तक और कपड़ों से लेकर बिस्कुट उद्योग तक प्रभावित हुए हैं। टेक्सटाइल, एविएशन, ऑटोमोबाइल, नॉन-बैंकिंग फाइनेंस और कंज्यूमर गुड्स इंडस्ट्री को ज्यादा नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि इस मंदी के प्रभाव के कारण बेरोजगारी की दर 6 प्रतिशत से अधिक हो गई है और 45 वर्षों में सबसे ज्यादा है।
पारले जी बिस्कुट कंपनी बंद होने के कगार पर पहुचने पर भी सवाल पूछा, पारले जी बिस्कुट की मांग में गिरावट के चलते 10 हजार कर्मचारियों को निकालने का निर्णय लिया है, जिसके बिस्कुट हम सभी खाकर बड़े हुए हैं!…बिस्कुट वास्तव में चूर-चूर होने लगा है!
उड्डयन उद्योग अपने सबसे खराब मंदी के दौर से गुजर रहा है…..यह तो अभी आगज है आगे देखना है क्या होगा। इस गड़बड़ी का कारण क्या है? नोटबंदी? जीएसटी? नीतियां? हम विचार करते रहते हैं…. लेकिन हम यह भी जानते हैं कि आप, माननीय प्रधान मंत्री महोदय, हीरो हैं।
इस अर्थव्यवस्था को कौन बचाएगा…..कृपया एक अस्थिर और संघर्षशील अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के लिए एक विस्तृत रोडमैप और राहत के पैकेज का प्रस्ताव करें। यदि आप मानते हैं कि इस लक्ष्य को प्राप्त करने में आपकी सहायता करने के लिए देशभर के चैंपियन और मेरे जैसे लोगों की कोई भी सहायता आपके लक्ष्य को पूरा करने के लिए मदद कर सकते हैं।