नई दिल्ली। आपातकाल इतिहास का काला दिन इसलिए है, क्योंकि उस वक्त संविधान का दुरुपयोग कर नागरिकों से उनका मौलिक अधिकार छीन लिया गया था। विपक्ष के सारे नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया था , और इंदिरा गांधी ने डिक्टेटरशिप का एक नमूना पेश किया था, जिससे सारा देश क्षुब्ध था। आपातकाल के वक्त इंदिरा गांधी भूल चुकी थी की जीने का हक सबको है और उनका यह कदम बेहद गलत और असंवैधानिक है।
बता दें कि इंदिरा गांधी सत्ता के लिए नागरिकों के साथ वो जुल्म कर बैठी जो शायद दुश्मन भी नहीं करेगा। इंदिरा गांधी ने बहुत लोगों को गिरफ्तार किया और अपने प्रधानमंत्री पद का नाजायज फायदा उठाया। देश इंदिरा गांधी से नाराज था और आपातकाल के विरुद्ध ।लगभग सारे नेताओं को सलाखों के पीछे भेज दिया गया था और मनमाफिक तरीके से उनका शोषण किया जाता था।