देवरिया: जिले के भटनी विकास खंड के जिगनी गांव में उस समय अफरा-तफरी का माहौल हो गया, जब एक हाथी अपने महावत से नाराज होकर एक खेत में जा घुसा। इसके बाद से गांव के लोगों की भीड़ वहां इकट्ठा हो गई। सैकड़ों की संख्या में लोग लाठी, डंडे लेकर पहुंच गए। बाद में इसकी जानकारी प्रशासन को दी गई।
इस बात की जानकारी होने के बाद मौके पर फॉरेस्ट की टीम पहुंच गई और हाथी को मनाने की हर तरह से कोशिश करने लगी। करीब 20 महावतों ने अपने-अपने तरीके से हाथी को अपने काबू में करने की कोशिश की, लेकिन वह नाकाम रहे। यह हाथी पिछले तीन दिनों से खेत में घुसा हुआ है, जिसे महावत और फॉरेस्ट की टीम किसी तरह से अपने काबू में करने की कोशिश कर रहे हैं। फॉरेस्ट की टीम गांव में दो दिन से कैंप कर रही है।
रुद्रपुर मंदिर से वापसी के दौरान हुआ नाराज
बताया जा रहा है कि हाथी रूद्रपुर मंदिर गया हुआ था और वापसी के दौरान किसी कारण से अपने महावत से नाराज हो गया। वहां से बिदक कर गांव के बाहर खेत में पहुंच गया, जिसके बाद से करीब 20 की संख्या में महावतों ने अपने-अपने तरीके से उसे मनाने की कोशिश की। हालांकि, उनकी यह कोशिश नाकाम रही। अभी भी महावत और फॉरेस्ट की टीम हाथी को काबू करने की कोशिश कर रही है।
जहां हाथी पिछले 3 दिनों से खेत में डेरा जमाए हुए है तो वहीं फॉरेस्ट की टीम भी 2 दिन से गांव में कैंप कर रही है। फॉरेस्ट विभाग के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे हैं। उन्होंने दूसरे हाथी को भी मंगाया है, जिससे उस हाथी के सहयोग से खेत में घुसे हुए हाथी को गांव से बाहर निकाला जा सके और काबू में किया जा सके।
गांव में दहशत का माहौल
बिदके हाथी को लेकर गांव में दहशत का माहौल है। गांव के लोगों में दहशत इस कदर है कि ग्रामीण डर की वजह से रात में सो नहीं रहे हैं। वे लाठी, डंडा लेकर घर की सुरक्षा के लिए पहरा दे रहे हैं। एक ग्रामीण ने कहा कि, जब महावत और फॉरेस्ट की टीम हाथी को पकड़ने खेत में जाती है तो वह तेजी से दौड़ने लगता है, जिसकी वजह से अभी तक वह काबू में नहीं आया है।
वहीं, संभागीय वन अधिकारी (डीएफओ) बीके पांडेय का कहना है कि हाथी महावत से नाराज है। इसको पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है। हाथी पागल नहीं है। एक हाथी को और मंगाया गया है, जिससे उसकी मदद से इसको बाहर निकाला जा सके।