featured यूपी

फतेहपुर: अंधेरे में डूबा शहर, नगर पालिका अधिकारी बने बेखबर

फतेहपुर: अंधेरे में डूबा शहर, नगर पालिका अधिकारी बने बेखबर

फतेहपुर: शाम होते ही शहर के मुख्य मार्गों से लेकर गालियां तक अंधेरे में डूबने लगती हैं। इसके कुछ ही देर बाद कई जगहों पर अंधेरा छा जाता है। बिजली का पूरा बिल जमा करने वाले जिम्मेदार शहर के अंधेरे पर मौन हैं। ऐसे में अक्सर चोर और बदमाश अंधेरे का फायदा उठाकर बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं। फिलहाल, मामले पर अधिकारियों ने मौन साध लिया है लेकिन सवाल यह है कि क्या मौन साधने से समस्या का समाधान होगा?

फतेहपुर नगर पालिका कार्यालय के पास राधानगर, देवीगंज, निरीक्षण भवन के आगे जिला अस्पताल के पास सीएमओ जाने वाला मार्ग, बिंदकी बस स्टैंड के पास सहित शहरभर में सैकड़ों मरकरी और बिजली के पोल पर तीन हजार से ज्यादा बल्ब लगाए गए हैं। इसके बाद भी अधिकतर मरकरी खराब हैं या फिर टूट चुकी हैं। राधा नगर के आसपास और पुलिस चौकी से लेकर देवीगंज आने वाले मार्ग पर एक-आध स्ट्रीट लाइट को छोड़कर शेष खराब हैं। लोगों का कहना है कि कोरोना काल के पहले से लाइट खराब हैं, जो अभी तक सही नहीं हुई हैं।

उजाला न होने से बनी रहती है हादसे की संभावना

नगर क्षेत्र में मार्ग प्रकाश व्यवस्था लगातार गड़बड़ाती चली जा रही है। कुछ गली मोहल्लों को तो छोड़ दिया जाए तो अधिकतर क्षेत्रों में अंधेरे का खौफ साफ देखा जा सकता है। शाम के बाद जब भी स्थानीय लोग मार्ग पर होते हैं तो उन्हें प्रकाश के लिए सड़क पर चलने वाले वाहनों की कृपा पर रहना होता है। ऐसे में दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है।

शहर के अंदर फर्राटा भरते वाहनों से बचने के लिए चोरी, छिनैती जैसी घटनाओं को रोकने के लिए गलियों और मुख्य मार्ग पर प्रकाश का होना अति अनिवार्य है, जबकि स्थिति इसके उलट है। हालांकि, कुछ जगहों पर मरकरी से जहां-तहां रोशनी देती दिखाई देती है।

नगर पालिका कार्यालय के पास ही अंधेरा

जिम्मेदारों की जिम्मेदारी का जीता जागता उदाहरण नगर पालिका कार्यालय के आसपास का क्षेत्र है। जब यहीं पर अंधेरा पसरा रहता है तो बाकी जगह कहते ही क्या? जब आप बिंदकी बस स्टैंड से जिला चिकित्सालय की ओर आते हैं तब आपको एक पोल को छोड़कर अधिकतर में अंधेरा देखने को मिलेगा। यह बहुत दुर्भाग्य की बात है कि अधिकारियों को अपने आसपास की अव्यवस्था और अंधेरा दिखाई नहीं देता है।

Related posts

यूपी सरकार को 36 लाख का बिल भेजने पर कांग्रेस पर भड़की बसपा सुप्रीमो मायावती

Rani Naqvi

पंजाब के तीन मंत्रियों ने कैबिनेट से नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे की मांग की

Rani Naqvi

उत्तराखंड आयें तो अपनी जिम्मेदारी पर, सीएम ने खुद खोल दी आपदा प्रबंधन की पोल

mahesh yadav