जनता और विपक्षीदलों की जोरदार घेराबंदी के बीच बेसिक शिक्षामंत्री सतीश द्विवेदी को अटल जी याद आए हैं। उन्होंने जनता से अपील की है कि वो उनके भाई वाले विवाद को छोड़कर विकास में उनका साथ दे।
शिक्षामंत्री सतीश द्विवेदी के भाई का असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर चयन होने के बाद वह जनता और विपक्षी दलों के निशाने पर आ गए हैं। हालांकि उनके भाई ने इस्तीफा दे दिया है। मगर, अब सपा, कांग्रेस और आप उनकी संपत्तियों का ब्यौरा खोज लाए हैं।
सपा मुख्यमंत्री से लगातार बेसिक शिक्षा मंत्री के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रही है। कांग्रेस और आप भी इस मुद्दे को लेकर सरकार पर हमलावर हैं। इस मामले में अपनी फजीहत बचाने के लिए सरकार कोई भी सख्त कदम उठा सकती है। ऐसा माना जा रहा है।
चारों तरफ से शिंकजा कसता देख बेसिक शिक्षा मंत्री भावुक हो गए हैं। साथ ही उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई भी याद आ गए हैं। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वो इस मामले को भूलकर इटावा और सिद्धार्थनगर के विकास में उनका साथ दें। उन्होंने कहा है कि वो अपने खून की एक एक बूंद इटावा और सिद्धार्थनगर को सींचने में खर्च कर देंगे।
साथ में अटल जी की एक कविता की कुछ पंक्तियां लिखी हैं-बाधाएं आती हैं आएं, घिरें प्रलय की घोर घटाएं, पांवों के नीचे अंगारे, सिर पर बरसे यदि ज्वालाएं, निज हाथों से हंसते-हंसते आग लगाकर जलना होगा-कदम मिलाकर चलना होगा।