नई दिल्ली। माओवादियो से संपर्क रखने के मामले में गढ़चिरौली कोर्ट ने आज दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर जीएन साईबाबा को दोषी करार दिया है। आपको बता दें कि माओवादियों से संबंध रखने के सिलसिले में 9 मई 2014 को महाराष्ट्र पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए थे, इस मामले को लेकर आज कोर्ट ने सुनवाई करते हुए उन्हें दोषी करार दिया है।
गौरतलब है कि गिरफ्तारी के वक्त महाराष्ट्र पुलिस ने दावा किया था कि साईबाबा को प्रतिबंधित संगठन भाकपा-माओवादी का कथित सदस्य होने, उन लोगों को साजो सामान से समर्थन देने और भर्ती में मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया जा रहा है। आपको बता दें कि आरोपी डीयू में अंगेजी के प्राफेसर है। यहां याद दिला दें कि साईबाबा का मामला तब सामने आया था जब जेएनयू छात्र हेमंत मिश्रा को गिरफ्तार किया गया उसने जांच एजेंसियों को बताया कि वह छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ के जंगलों में छिपे माओवादियों और प्रोफेसर के बीच कूरियर का काम करता है।