नई दिल्ली। किसी भी गर्भवती महिला का मोटापा उसके अजन्मे बच्चें की सेहत और उस महिला को नुकसान पहुंचा सकता है एक स्टडी के अनुसार इस बात का खुलासा हुआ है कि गर्भ धारण करने के बाद महिला को अपना वजन नियंत्रित रखना चाहिए ऩहीं तो बच्चें की सेहत पर इसका गलत असर पड़ सकता है।रिपोर्ट के अनुसार अचानक से वजन बढ़ने से आपका बच्चा काफी अनहेल्थी पैदा हो सकता है और इसी के साथ अगर आपका वजन काफी कम है तो आपका बच्चा कमजोर पैदा होता है। प्रेग्नेंसी के दौरान अक्सर महिलाओं का वजन बढ़ जाता है लेकिन ये होने वाली मां और उसके बच्चे दोनों के लिए खतरनाक हो सकता है। बच्चा स्वस्थ हो इसके लिए बहुत जरूरी है कि मां का वजन नियंत्रित रहे।
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गर्भ धारण करने से वजन पर दें ध्यान
डॉक्टरों के अनुसार गर्भवती महिला को गर्भ धारण करने से पहले वजन पर काफी ध्यान देना चाहिए। जो महिला किसी भी बच्चें को जन्म दे रही है उसका वजन 52किलों के आसपास होना चाहिए। प्रेग्नेंसी के दौरान अचानक से महिला का वजन बढ़ना किसी बच्चें और मां दोनों के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। इसी के साथ जिन महिलाओं का वजन काफी कम होता है उन्हें भी काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है।
रिसर्च के अनुसार किसी भी गर्भवती महिला का वजन 17 से 22किलो के आसपास बढ़ना चाहिए।
डॉक्टरों के अनुसार
अक्सर महिलाएं ये जानना चाहती हैं कि बच्चें को सही और सुरक्षित जन्म देने के लिए किस तरह से वजन बढ़ाना और घटाना चाहिए जो कि बच्चे के लिए भी सुरक्षित हो। गर्भवती महिला को योग और व्यायाम करने की सलाह दी जाती है। योग और व्यायाम से भी वजन नियंत्रित किया जा सकता है। इस दौरान मां का वजन कितना होना चाहिए, इसके बारे में उसे पूरी जानकारी होनी चाहिए। वैसे भी गर्भावस्था के हर महीने में भावी मां का वजन घटता-बढ़ता रहता है। ऐसे में सबसे पहले अपने डॉक्टर से इस बारे में पूरी जानकारी ले लें।