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यूक्रेन-रूस विवाद के बीच फंसे भारतीय छात्र, जानिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत ने क्या कहा

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यूक्रेन-रूस विवाद के चलते यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों के लिए असमंजस की स्थिति बनी हुई है। एक ओर जहां उनके अभिभावक अपने बच्चों को लेकर परेशान हैं। और छात्रों को वापस भारत आने के लिए टिकट नहीं मिल रही। वही दूसरी ओर रूसी राष्ट्रपति के फैसले को लेकर एक बार फिर से तनावपूर्ण माहौल बन गया जिसको लेकर संयुक्त राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने आपातकालीन बैठक का आवाहन किया। 

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपातकालीन बैठक

पूर्व यूक्रेन के 2 शहर डोनेत्स्क और लुहांस्क को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन स्वतंत्र क्षेत्र घोषित कर दिया है। रूसी राष्ट्रपति के इस फैसले पर यूएन महासचिव एंटोनिया गुतेरस इसे संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन बताया है। रूस का यह फैसला काफी चिंताजनक है। साथ ही रूस के इस फैसले से यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता संप्रभुता का हनन भी हुआ है। वही रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इस ऐलान के बाद संयुक्त राष्ट्र ने सुरक्षा परिषद की आपातकालीन बैठक बुलाई। इस बैठक में रूस के इस फैसले को लेकर भारत ने अपना पक्ष रखा।

भारत ने क्या कहा

यूक्रेन की यूएनएससी की बैठक में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत के स्थाई प्रतिनिधि टी.एस तिरुमूर्ति ने भारत का पक्ष रखते हुए कहा कि “हम सभी पक्षों पर संयम बरतने का आवाहन करते हैं हमें विश्वास है कि इस मुद्दे को लेकर बातचीत से हल निकाला जा सकता है नागरिकों की सुरक्षा अति आवश्यक है। 20,000 से अधिक भारतीय छात्र एवं नागरिक यूक्रेन के विभिन्न हिस्सों व सीमावर्ती क्षेत्रों में रहते और पढ़ते हैं। भारतीयों की रक्षा हमारी प्राथमिकता है रूस के साथ यूक्रेन की सीमा पर बढ़ते तनाव गहरी चिंता का विषय है। इन घटनाक्रमों में क्षेत्र की शांति व सुरक्षा को कमजोर करने की काफी प्रबल क्षमता है।”

यूनिवर्सिटी में जारी है ऑफलाइन क्लास

यूक्रेन स्थित टरनोपिल नेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्र भारतीय दूतावास से लगातार संपर्क कर रहे हैं. वहीं इसके लिए यूनिवर्सिटी भी छात्रों की हर संभव मदद कर रही है. हालांकि अभी तक यूनिवर्सिटी में ऑफलाइन पढ़ाई हो रही है। जिसके कारण बच्चे पढ़ाई छोड़ने से बचने की कोशिश कर रहे हैं।

यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे भारतीय छात्र ने क्या कहा

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है राजस्थान के छात्र निर्देश दोसी ने बताया है कि सरकार की एडवाइजरी आने के बाद अधिकतर छात्र यूक्रेन से भारत वापस आना चाहते हैं। मैंने देखा है कि 10 मार्च तक सभी फ्लाइट की बुकिंग हो चुकी है। छात्र सोच रहे हैं जितनी जल्दी टिकट मिल सके उतनी जल्दी यहां से निकल जाए।

छात्र ने आगे कहा “भारतीय दूतावास की ओर से दो बार नोटिस जारी हो चुके हैं। पहले नोटिस में लिखा था कि हालात थोड़ी खराब के बाद दूसरी नोटिस में लिखा था हालात अभी भी खराब है। नोटिस आने के बाद भारतीय छात्र यूक्रेन छोड़कर जाना चाहते हैं। इसके अलावा यूनिवर्सिटी ने भी कह दिया है कि जिसे जाना है वह भारत वापस जा सकता है।”

 

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