नई दिल्ली: नेशनल मेडिकल कमीशन बिल, आईएमसी (संशोधन) और कंज्यूमर प्रोटेक्शन बिल को लेकर शुक्रवार को देशभर में लाखों डॉक्टर केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान आईएमए के सभी सदस्य काले बैज पहनेंगे। सभी सांसदों को उनके निर्वाचन क्षेत्रों में ज्ञापन दिए जाएंगे।
अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की चेतावनी दी
हालांकि सभी चिकित्सा सेवाएं सामान्य रूप से कार्य करेंगी। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने तीनों विधेयक पर सुनवाई नहीं होने पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की भी चेतावनी दी है। आईएमए के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. शांतनु सेन का कहना है कि कमेटी ने विधेयक में 24 संशोधन की सिफारिश की थी, लेकिन केंद्र ने एक ही सिफारिश पर ही विधेयक में संशोधन किया।
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उन्होंने कहा कि अगर ये विधेयक पारित हो गए तो इसका न केवल स्वास्थ्य सुविधाओं पर बल्कि देश के संघीय ढांचे पर भी गहरा प्रभाव पड़ेगा। कंज्यूमर प्रोटेक्शन बिल लागू होने से इलाज पर आने वाले खर्च में काफी बढ़ोतरी हो जाएगी। आईएमए के महासचिव डॉ आरवी अशोकन का कहना है कि हाल ही में लोकसभा में आईएमसी (संशोधन) विधेयक पास किया है।
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साथ ही उन्होने कहा कि इस विधेयक का कोई अर्थ अब तक समझ नहीं आ रहा। जबकि नवनिर्वाचित एमसीआई को बिना किसी विश्वसनीय कारण के निरस्त कर दिया गया। एक मनोनीत बोर्ड ऑफ गवनर्स गठित करने वाले अध्यादेश की जल्दबाजी में घोषणा की गई, जो कि अनुचित है।