लोकपाल बिल के लिए देश भर में आंदोलन चलाकर चर्चा में आए सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हज़ारे एक बार फिर सुर्खियां बटोर रहे है। दरअसल बीते दिनों दिल्ली बीजेपी की तरफ से अन्ना हजारे को एक पत्र लिखा गया था। जिसमे दिल्ली बीजेपी ने अन्ना हजारे से AAP सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन करने का अनुरोध किया गया था। अन्ना हजारे ने बीजेपी के इस अनुरोध को ठुकरा दिया और दिल्ली बीजेपी को एक पत्र लिखकर नसीहत दी। अन्ना हजारे ने अपने पत्र में लिखा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक पार्टी जिसकी केंद्र में सरकार है, वह उनका समर्थन चाहती हैं।
अन्ना ने जाताया खेद
अन्ना ने दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष आदेश गुप्ता को पात्र के माध्यम से नाराजगी जताते हुए लिखा कि मुझे आपका पत्र पढ़कर काफी निराशा हुई। साथ ही उन्होंने लिखा कि बीजेपी, बीते 6 सालों से सत्ता में हैं। देश का युवा उसकी संपत्ति होता है और वो आपकी पार्टी को भारी मात्रा में सपोर्ट भी करता हैं, लेकिन फिर भी आप 83 साल के एक फकीर, जो एक छोटे से कमरे में रहता है, जिसके पास न तो कोई पैसा है और न ही कोई शाक्ति है, आप उसे बुला रहे। इससे ज्यादा और क्या दुर्भाग्यपूर्ण हो सकता हैं। यह पत्र उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर भी शेयर किया हैं।
बीजेपी के नेता हुए नाराज
अन्ना हजारे के इस पत्र को इस तरह से फेसबुक पर शेयर करने और पत्र में इस तरह की भाषा लिखने के कारण, दिल्ली बीजेपी के कई नेता उनसे नाराज हो गए हैं। यह पत्र बीते कुछ दिनों बाद आया है जब दिल्ली बीजेपी ने शाहीन बाग के 50 प्रदर्शनकारियों को अपनी पार्टी में शामिल किया है और उसे इसको लेकर लोगों की आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा हैं।
केंद्र सरकार के सब दावे खोखले- अन्ना हजारे
अन्ना ने लिखा कि सरकार पार्टी के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं करती हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि उन्होंने भ्रष्टाचार को लेकर काफी कड़े कदम उठाए हैं तो क्यों आपकी पार्टी एक सरकार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का विकल्प नहीं तलाशती हैं, जो भ्रष्टाचार में लिप्त है,या भ्रष्टाचार निर्मूलन के केंद्र सरकार के सब दावे खोखले है?
आदेश गुप्ता ने अन्ना को लिखा था पत्र
बता दें कि दिल्ली बीजेपी के चीफ आदेश गुप्ता ने अन्ना हजारे को एक पत्र लिखकर कहा था कि उन्होंने साल 2011 में दिल्ली में भ्रष्टाचार को लेकर एक बड़ा आंदोलन चलाया था और उस आंदोलन से आम आदमी पार्टी का जन्म हुआ था, लेकिन वही पार्टी आज भ्रष्टाचार में लिप्त है, ऐसे में वो पार्टी के विरोध में लोकपाल आंदोलन जैसा आंदोलन करके आवाज उठाएं और बीजेपी का साथ दें।