जम्मू: सीमा पर सुरक्षाबलों की मुुस्तैदी के बाद अब आतंकियों ने सुरंग से घुसपैठ करने की रणनीति को अंजाम दिया है। जमीन के अंदर सुरंग से घुसपैठ करने के प्रयास को जवानों ने विफल कर दिया और सुरंग का पता लगाया।
सुरंग से आंतकियों के घुसपैठ करने की संभावना भी जताई जा रही है। सुरंग 150 गज लंबी है और जमीन से करीब बीस से पच्चीस फीट नीचे इसका निर्माण किया गया है।
सीमा पार से जुड़ती है सुरंग, घुसपैठ की आशंका
बीएसएफ प्रवक्ता ने सुरंग मिलने की पुष्टि करते हुए कहा कि सुरंग दस फीट चैड़ी है और इसमें कई इंसान एक साथ गुजर सकते हैं। पिछले कई दिनों से सुरंग को खोदने का काम किया होगा। सीमा से सुरंग का दूसरा छोर है। आतंकी घुसपैठ नहीं हुई है और सीमा पर जवान पूरी तरह से मुस्तैद हैं। 150 गज गहराई 20 से 25 फीट अंदर इसका निर्माण किया गया है। पाकिस्तान की सुरंग से घुसपैठ कराने की साजिश को नाकाम किया गया है। सुरंग बनाने में पाक रेंजरों का हाथ हो सकता है।
जमीन से आसमान तक नहीं होंगे आतंकी कामयाब
पाकिस्तान की आईएसआई ने सीमा पार से ड्रोन से हथियार सप्लाई करने के प्रयास नाकाम होने के बाद अब जमीन के अंदर से घुसपैठ कराने का प्रयास शुरू कर दिया है। बीएसएफ अधिकारियों अनुसार जमीन के अंदर से भी घुसपैठ की हर कोशिश को नाकाम किया जाएगां। हवाई मांर्ग से ड्रोन से हथियार पहुंचाने की रणनीति पर भी लगातार नजरें बनी हुई है।
बरसात से जमीन घसने के बाद निकली सुरंग
मूसलाधार बारिश के कारण सीमावर्ती सांबा क्षेत्र में जमीन घस गई और कई खड्डे बन गए। इसी बीच, अंत राष्ट्रीय सीमा पर मुस्तैद बीएसएफ के जवानों ने गश्त के दौरान खड्डा देखा। खड्डे की जांच के बाद पाया इसके अंदर सुरंग बनी हुई है। बीएसएफ ने सीमा पर गश्त बढ़ा दी है और लगातार पेट्रोलिंग कर रही है।
दस साल बाद मिली सुरंग
सीमा पर दस साल बाद आतंकियों द्वारा तैयार की गई सुरंग का पता लगाया गया है। इससे पहले भी हीरानगर और सांबा सेक्टर से सुरंग बरामद की गई है। सुरंग का उपयोग आतंकी घुसपैठ करने और हथियारों की सप्लाई करने के लिए करते हैं। बीएसएफ प्रवक्ता ने फिलहाल किसी भी घुसपैठ से इंकार किया है। उनके अनुसार सुरंग का मुंह खुल नहीं हुआ था। बारिश से जमीन घसने के बाद ही अंदर से सुरंग निकली है।
रिपोर्टर -राजेश विद्यार्थी