Karva Chauth 2022: करवा चौथ का पर्व सुहागिनों का सबसे प्रिय और महत्वपूर्ण पर्व है। इस दिन सुहागिन स्त्रियां अपने सुखद दांपत्य जीवन और पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं। इस साल यह व्रत 13 अक्टूबर यानी आज मनाया जा रहा है। इस दिन 46 साल बाद खास योग बन रहे हैं, जिसमें गुरु ग्रह अपनी स्वराशि मीन में रहेंगे। ऐसा संयोग 23 अक्टूबर 1975 को बना था।
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करवा चौथ का व्रत सबसे कठिन व्रतों में से एक है, इस दिन सुहागिन स्त्रियां निर्जला रहकर करवा चौथ के व्रत को पूर्ण करती हैं। तो आइए जानते हैं इस व्रत के शुभ मुहूर्त, चंद्रोदय और पूजा विधि के बारे में…..
करवाचौथ का शुभ मुहूर्त
- चतुर्थी तिथि आरंभ-13 अक्तूबर 2022 को सुबह 01 बजकर 59 मिनट पर।
- चतुर्थी तिथि का समापन- 14 अक्तूबर 2022 को सुबह 03 बजकर 08 मिनट पर।
करवा चौथ पर चंद्रोदय
आज रात चंद्रमा 08 बजकर 19 मिनट पर निकलेगा।
पूजा का शुभ मुहूर्त
- 13 अक्तूबर को शाम 06 बजकर 01 मिनट लेकर शाम 07 बजकर 15 मिनट तक।
- अमृतकाल मुहूर्त- शाम 04 बजकर 08 मिनट से शाम 05 बजकर 50 मिनट तक।
- अभिजीत मुहूर्त- सुबह 11 बजकर 21 मिनट से दोपहर 12 बजकर 07 मिनट तक।
पूजा की विधि
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- सुबह जल्दी उठकर स्नान कर लें।
- स्नान करने के बाद मंदिर की साफ- सफाई कर ज्योत जलाएं।
- देवी- देवताओं की पूजा- अर्चना करें।
- निर्जला व्रत का संकल्प लें।
- इस पावन दिन शिव परिवार की पूजा- अर्चना की जाती है।
- सबसे पहले भगवान गणेश की पूजा करें। किसी भी शुभ कार्य से पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है।
- माता पार्वती, भगवान शिव और भगवान कार्तिकेय की पूजा करें।
- करवा चौथ के व्रत में चंद्रमा की पूजा की जाती है।
- चंद्र दर्शन के बाद पति को छलनी से देखें।
- इसके बाद पति द्वारा पत्नी को पानी पिलाकर व्रत तोड़ा जाता है।