मध्य प्रदेश के आगर मालवा जिले में कोरोना महामारी को लेकर जरुर स्वास्थ विभाग और जिले वासियों के लिए राहत भरी खबर है। जहां एक भी मरीज कोरोना का नही हैं। लेकिन कोरोना महामारी के बाद जिले में डेंगू, वायरल फ़ीवर की दस्तक ने स्वास्थ्य विभाग, प्रशासन की नींद उड़ा दी हैं। जिले में अब तक 179 मरीज डेंगू बुखार का अ गए है। वायरल फीवर की कोई गिनती नही। आगर मालवा जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया की पहला डेंगू मरीज 7 जूलाई 2021 को आगर तहसील के ग्राम नरवल और ढोटी में मिला था। तब से स्वास्थ विभाग जागरूकता अभियान चलाकर लार्वा सर्वे लगातार कर रहा हैं।
बता दें कि स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक डेंगू से सुरक्षित रहने के लिए बचाव सबसे बेहतर उपाय हैं। मच्छरों से बचने की कोशिश करें। डेंगू के मच्छर दिन के समय में अधिक काटते हैं। पूरी आस्तीन वाले कपड़े पहनें। डेंगू के मच्छर आम तौर पर स्थिर और साफ पानी में प्रजनन करते हैं। इसलिए मच्छरों को बढ़ने से रोकने के लिए पानी एकत्रित न होने दें। सप्ताह में कम से कम एक बार खाली कंटेनर, फूलदान, कूलर आदि से पानी निकालकर उन्हें साफ जरूर कर लें। इस तरह के बचाव के उपायों को प्रयोग में लाकर डेंगू के संक्रमण से सुरक्षित रहा जा सकता है।
वहीं जिले में अब तक डेंगू की 455 से अधिक मरीजों की जांच की गई। जिसमें से डेंगू पॉजिटिव 179 पाए गए अगर डेंगू में नेगेटिव मरीजो की बात की जाए अब तक 276 मरीजों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। आगर नगर पालिका, स्वास्थ्य विभाग मिलकर लगातार शहर में साफ़ सफाई, और मच्छरों की रोकथाम के लिए उपाय बता रहे है। नगर पालिका के द्वारा दवाई का छिड़काव किया जा रहा है, जिला मलेरिया अधिकारी के साथ,कुलर, गमले, चिड़िया के लिए गए बर्तनों में भरे पानी को, ख़ाली करवाने का अभियान भी चलाकर लोगों के बीच जाकर जागरूक किया जा रहा हैं।