लखनऊ। समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्ता को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला बोला है। सपा ने यूपी में धारा-376 लागू करने की मांग करते हुए कहा है कि विधानसभा को भंग कर देना चाहिए और प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू कर देना चाहिए। सपा के उपाध्यक्ष किरनमय नंदा ने कहा कि उन्नाव की घटना को लेकर उच्च न्यालाय संज्ञान लेते हुए कानून-व्यवस्था पर गंभीर टिप्पणी की है। इससे साफ हो जाता है कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था ध्वस्त है। योगी को सत्ता में बने रहने का अधिकार नहीं है। नै
नंदा ने कहा कि हमने गाजियाबाद में हुए फर्जी एनकाउंटर और पेपर लीक मामले में केन्द्रीय जांच ब्यूरो से जांच कराने की मांग की थी, लेकिन केंद्र सरकार ने उनकी मांग नहीं सुनी। उन्नाव की घटना को मात्र 5 घटे में सीबीआई की जांच स्वीकार कर आरोपी भाजपा विधायक को गिरफ्तार भी कर लिया। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी कह रहे थे कि विधायक के खिलाफ कोई सबूत नहीं है। कोई सबूत नहीं था तो आरोपी विधायक के भाई को पुलिस ने क्यों गिरफ्तार किया। उन्नाव की घटना के लिए योगी सरकार जिम्मेदार है।
उन्होंने कहा कि पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई। ऐसे अधिकारियों के खिलाफ भी मामले दर्ज कर कार्रवाई की जाए। राज्य सरकार आखिर तक आरोपी विधायक को बचाने में लगी रही। मीडिया ने इस घटना को उठाया तो आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। यदि पुलिस अपना काम ईमानदारी से करती तो आज पीड़िता का पिता जिंदा होता।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में एक पोस्टर लगा है जिसमें लिखा है एक साल बेमिसाल। इस पोस्टर में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री योगी का चित्र भी लगा है। योगी सरकार ने सालभर में एक भी विकास का काम नहीं किया। लचर कानून-व्यवस्था के मामले में देश में पहला स्थान हासिल किया है। सपा सरकार ने 2012-17 तक विकास के इतने काम किए कि उसे 20 परियोजनाओं के लिए अन्तर्राष्ट्रीय सम्मान मिला।