नई दिल्ली। पंजाब और गोवा में हुई हार के बाद आप कार्यकर्ताओं के टूटे मनोबल को दोबारा मजबूत करने के लिए दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल 31 मार्च से चुनावी मैदान में उतरेंगे। इस दौरान वह पूरी दिल्ली में 30 से अधिक रैलियां करके पार्टी की खोयी हुई चमक को वापस लाने एवं कार्यकर्ताओं को मजबूत करने की दिशा में काम करेंगे।
इस संबंध में आप पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के चेहरे को सामने रखकर निगम चुनाव लड़ा जाएगा। हमें उम्मीद है कि दिल्ली विधानसभा की तरह ही इस चुनाव में भारी भरकर जीत हासिल होगी। उन्होंने कहा कि लोगों तक पार्टी के संदेश को पहुंचाने के लिए मुख्यमंत्री दो-तीन दर्जन रैलियां करेंगे। इसके अलावा वे पदयात्रा, वीडियो संदेश एवं अन्य माध्यम से अपने विचार रखेंगे।
उन्होंने कहा कि इस चुनाव में नोटबंदी, प्रधानमंत्री पर सीधे वार सहित कई मामलों से दूरी बनाई जाएगी। पार्टी ने अपना एजेंडा पूरी तरह से दिल्ली की गंदगी तक ही सीमित रखने का मन बनाया है। पार्टी का मानना है कि भाजपा द्वारा सभी पार्षदों का टिकट काटना भी पार्टी के लिए चुनौती बन सकता है। जिसका फायदा उनको भी हो सकता है। वहीं आप से बागी हुए कुछ कार्यकर्ता भी पार्टी के लिए समस्या बन सकते हैं। कुछ कार्यकर्ताओं ने टिकटों का विरोध करते हुए मुख्यमंत्री को पत्र भी पत्र लिखा है। साथ ही उन्होंने विरोधी पार्टी के पक्ष में प्रचार करना भी शुरू कर दिया है।