नई दिल्ली। बासागुड़ा में स्थित सीआरपीएफ 168 वीं बटलियन के कैंप पिछले कई दिनों से शांत नहीं थे। यहां तैनात जवानों और अफसरों के बीच में मतभेद और रंजिश जैसी स्थिति बनी हुई थी। सूत्रों का कहना है कि ड्यूटी को लेकर गजानंद और संतराम के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था। बीते शुक्रवार को भी झगड़े और झड़प जैसी स्थिति बनी थी। जिसके बाद से माहौल तनावपूर्ण बना हुआ था।
सूत्रों का कहना है कि चारों मृतक गजानंद का पक्ष ले रहे थे। बीते शनिवार दोपहर में एक बार फिर दोनों का विवाद हुआ। जो शाम होते-होते गहरा गया। सूत्रों का दावा है कि इस दौरान कैंप में मौके पर कई जवान थे। तभी संतराम ने अपनी इंसान को लोड किया और काफी देर तक चिल्लाता रहा और गोली चला दी।
बता दें कि छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में शनिवार शाम को सीआरपीएफ के एक जवाब ने अंधाधुंध फायरिंग की इसमें चार जवानों की मौत हो गई। जबकि एक जवान गंभीर रूप से घायल है। गोली चलाने वाले जवान संतराम (फिरोजाबाद, यूपी) को हिरासत में ले लिया गया है। हादसे के कारण का फिलहाल खुलासा नहीं हो पाया है।
वहीं सीआरपीएफ डीआईजी पी. सुंदरराज ने बताया कि 168वीं बटालियन के जवान संतराम ने फायरिंग की। इसमें एसआई वीके शर्मा, एसआई मेघसिंह, एएसआई राजवीर एवं आरक्षक जीएस राव की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया है। घायल जवान को बीजापुर में प्राथमिक उपचार के बाद रायपुर रेफर कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि हत्या के आरोपी आरक्षक संतराम को हिरासत में ले लिया गया है। हत्या के कारणों की जांच की जा रही है। धुर नक्सल प्रभावित इलाके में बने इस कैंप में सीआरपीएफ के 200 से ज्यादा जवान रहते हैं।