- भारत खबर || नई दिल्ली
विश्वव्यापी कोरोना महामारी को लेकर संपूर्ण विश्व की शोध संस्थान इसकी वैक्सीन की जांच में जुटे हुए हैं। अन्य शोधकर्ताओं ने अपनी दिन रात एक कर इस वैक्सीन की खोज शुरू कर दी है।
बताते चलें कि अन्य चोर संस्थानों द्वारा कोरोनावायरस की वैक्सीन का ऐलान भी किया जा चुका है। लेकिन अभी उनकी ठीक से जांच की जा रही है। बताते चलें कि कोरोना बीमारी की व्यक्ति इन को लेकर डब्ल्यूएचओ के प्रमुख ने एक बड़ा ऐलान किया है। WHO डब्ल्यूएचओ के प्रमुख का कहना है कि कोरोना बीमारी की वैक्सीन इस साल के अंत तक तैयार हो जाएगी। जो कोरोना की बीमारी से निपटने के लिए बेहद असरदार साबित होगी।
इसी के चलते WHO प्रमुख ने दुनिया के सभी नेताओं से वैक्सीन का समान वितरण सुनिश्चित कराने को भी कहा है। डब्ल्यूएचओ के प्रमुख ने अपने कार्यकारी बोर्ड की बैठक में यह दावा किया है कि इस साल के अंत तक कोरोना की असरकारक वैक्सीन आ जाएगी।
सूत्रों के मुताबिक पता चला है कि GAVI वैक्सीन गठबंधन के बोर्ड ने पहले ही 92 कम और मध्यम आय वाले देशों के लिए वैक्सीन की डिलीवरी, तकनीकी सहायता और कोल्ड चेन उपकरण के लिए 15 करोड़ की मंजूरी दे दी है।
इससे पहले, विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख ने ने अपने एक बयान में कहा था कि दुनिया में हर 10वां इंसान कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकता है। डब्ल्यूएचओ के प्रमुख माइकल रियान का कहना है कि संपूर्ण विश्व की अधिकतम आबादी संक्रमण के दायरे में आ चुकी है। जिसमें हर दसवां नागरिक इस संक्रमण का शिकार हो सकता है। इसे देखते हुए इस वैक्सीन का प्रसारण जल्द ही किया जाएगा।