Breaking News यूपी

9 माह बाद भी नहीं दिया कोरोना बीमा का लाभ, सरकार से हस्तक्षेप की मांग

term insurence 1535285674 9 माह बाद भी नहीं दिया कोरोना बीमा का लाभ, सरकार से हस्तक्षेप की मांग
  • राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम में तैनात मृत कोरोनायोद्धा डॉ महेंद्र पाल सिंह को 9 माह बाद भी नही मिला कोरोना बीमा का लाभ
  • इंश्योरेंस कंपनी द्वारा सरकारी गाइडलाइंस को ताक पर रख कर फंसाया जा रहा है पेंच
  • राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम कर्मचारी संघ उत्तर प्रदेश ने पुनः लिखा मिशन निदेशक व उत्तर प्रदेश शासन व प्रशासन को पत्र

लखनऊ। ड्यूटी के दौरान कोरोना संक्रमण से हुई मृत्यु के लंबे समय के बाद भी ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज इंश्योरेंस स्कीम फ़ॉर हेल्थ वर्कर फाइटिंग कोविड-19’ की देय बीमा राशि जारी नहीं की जा रही है। इंश्योरेंस कंपनी कोई न कोई पेंच फंसाकर मृतक के परिवारीजनों को प्रताड़ित कर रही है।

राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम कर्मचारी संघ उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष डॉ आनन्द प्रताप सिंह ने बताया कि पिछले एक साल से भी ज्यादा समय से कोविड की रोकथाम में लगभग प्रत्येक स्तर पर अपना अमूल्य योगदान दे रहे राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के कर्मचारियों द्वारा जारी कालीपट्टी बांधकर सरकार का ध्यान आकृष्ट करने की गतिविधि करने का रोष एक दिन में नही जन्मा। 25 प्रतिशत कोरोना भत्ता  से वंचित रखना, कार्य ना करने का आरोप, समय से वेतन ना देना, कर्मचारियों के बेहतर भविष्य हेतू समायोजन की प्रक्रिया की अनदेखी के साथ कोरोना से मृत साथियों को बीमा रकम के 50 लाख परिजनों को जारी ना करना भी प्रमुख है।

WhatsApp Image 2021 05 27 at 7.46.55 PM 9 माह बाद भी नहीं दिया कोरोना बीमा का लाभ, सरकार से हस्तक्षेप की मांग

उन्होंने बताया कि इस संबंध में मुख्यमंत्री व मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन को पत्र लिखकर न्याय मांगा गया है। उन्होंने कहा कि लिखे पत्र में बताया गया है कि संघ के शहीद सदस्य डॉ महेंद्र पाल सिंह की दुःखद मृत्यु ड्यूटी के दौरान हुइ थी। वे कोरोना संक्रमित भी थे और दो सितंबर 2020 को आखिरी सांस ली। उनकी बीमा राशि 9 माह बाद भी अब तक जारी नही हो पाई है। वहीं समस्त विभागीय औपचारिकताएं पूरी कर दी गईं हैं।

डॉ आनंद के मुताबिक इंश्योरेंस कंपनी ने मोबाइल नंबर- 9811632409 से फोन किया। मृतक के परिवारीजनों से बात करने वाली कर्मचारी ने खुद का नाम सारिका अरोरा बताया था। इंश्योरेंस कंपनी कथित कर्मचारी सारिका ने बताया कि मृत्य से (02-09-2020) दो दिन पूर्व डॉ महेंद्र पाल की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव हो गयी थी। इस कारण उन्हें इस बीमा का लाभ नही दिया जा सकता है। डॉ आनंद ने कहा कि कोरोना संक्रमण व उसकी जटिलताओं के संबंध में सरकार व चिकित्सा विभाग द्वारा जारी गाइडलाइंस को कंपनी के व्यवसायिक कुटिलताओं द्वारा अनदेखा किया जा रहा है।

इंश्योरेंस कंपनी के इस तथ्य को हास्यपद व आधारहीन बताते हुए प्रदेश अध्यक्ष डॉ आनन्द प्रताप सिंह ने ये तर्क दिया है कि कोरोना संक्रमण शरीर क्रिया प्रणाली व अंगों को इस हद तक प्रभावित करता है कि रिपोर्ट निगेटिव आने के कई दिनों बाद तक भी मृत्यु का कारण बन सकती है।

WhatsApp Image 2021 05 27 at 4.20.59 PM 9 माह बाद भी नहीं दिया कोरोना बीमा का लाभ, सरकार से हस्तक्षेप की मांग

मिशन निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन उत्तर प्रदेश इंश्योरेंस कंपनी के टेंडर प्रकिया में सक्षम प्रथम अनुबंधकर्ता है। उनसे मांग की गई कि इंश्योरेंस कंपनी द्वारा दिये जा रहे आधारहीन तथ्य को अपने विशेषाधिकार का मानवीय आधार पर प्रयोग  करते हुए जांच व आडिट कराएं। जिससे कि डॉ महेंद्र पाल के जैसे तददिनांक तक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में शहीद हुए कर्मचारियों के परिजनों को बीमा राशि निर्गत होने में इंश्योरेंस कंपनी की व्यवसायिक कुटिलता अवरोध ना बन पाए।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के लगभग 820 ब्लाकों में तैनात चिकित्सक व पैरामेडिकल कर्मचारियों द्वारा कोरोना की जंग से राष्ट्रहित मे किये जा रहे अपने अथक प्रयासों में आहत मनोबल विपरीत हालात ना उत्पन्न कर पाए। डॉ महेंद्र पाल की पत्नी अनीता रानी को बीमा धनराशि जारी ना होने से कर्मचारियों में आक्रोश उत्पन्न हो रहा है। ऐसे में समस्या का समाधान कर्मचारियों के आक्रोश को शांत करें।

Related posts

आंध्र प्रदेश को मिला नया राज्यपाल, बिस्वभूषण हरिचंदन ने संभाली कमान

bharatkhabar

चीन को घेरने की तैयारी में भारत, वियतनाम को आकाश मिसाइल देगा भारत

shipra saxena

‘लिव इन रिलेशनशिप’ पर सुप्रीम कोर्ट ने लगाई मुहर, कहा- शादी लायक उम्र नहीं तो लिव-इन में रह सकते हैं वयस्क कपल

rituraj