नई दिल्ली। चीन को धूल चटाने के लिए भारत ने कमर कस ली है वो जान गया है पाकिस्तान के साथ अपनी दोस्ती चीन हर कीमत पर निभाएगा इसलिए अब भारत ने एक अहम रणनीति के तहत चीन के पड़ोसी मुल्को से द्विपक्षीय सैन्य संबंधों को बढ़ाने की ओर अपने प्रयासो में तेजी ला दी है। इसी क्रम में भारत वियतनाम को जमीन से हवा में मार करने वाली स्वदेशी मिसाइल बेचने की तैयारी में है। खबरों की मानें तो चीन दोनों देशों के बढ़ते सैन्य संबंधों से काफी बौखलाया हुआ है और अपनी पैनी नजर बनाए हुए है।
एक अखबार में छपी खबर के मुताबिक भारत वियतनाम के साथ आकाश मिसाइलों की बिक्री को लेकर विचार-विमर्श कर रहा है। इससे पहले भारत वियतनाम को ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइस और स्वदेशी पनडुब्बी रोधी टारपीडो वरुमास्त्र भी देने की पेशकश कर चुका है। इसके साथ ही भारत जल्द ही वियतनामी फाइटर पायलटों को सुखोई -30एमकेआई फाइटर जेट्स पर ट्रेनिंग भी कराने वाला है।
भारत और वियतनाम के बीच जुलाई 2007 में रणनीति साझेदारी को बढ़ाने को लेकर समझौता हुआ था जिसके बाद पीएम मोदी ने 2016 में अपनी यात्रा के दौरान इसे विस्तार किया था। इस यात्रा के दौरान उन्होंने 500 मिलियन डॉलर के क्रेडिट का एलान किया था।
बता दें कि चीन कई मामलों पर भारत का विरोध कर चुका है। जिसमें एनएसजी में एंट्री, मसूद को आंतकी घोषित करने में अड़ंगा लगा चुका है। इसके साथ ही चीन ने हिंद महासागर में अपनी नौसेना की गतिविधियां भी बढ़ाई है।