Breaking News featured देश बिज़नेस

GDP पर पड़ी कोरोना की मार, 23.9 फीसदी की भारी गिरावट दर्ज

GDP

भारत की अर्थव्यवस्था बड़े संकट के दौर से गुजर रही है। भारत की GDP को लेकर जो आकड़े सामने आये हैं, वो आकड़े बेहद ही चौकाने वाले है। भारत की GDP में 23.9 फीसदी की गिरावट आई हैं। भारत की जीडीपी को भारी नुकसान झेलना पड़ा हैं। दुनिया भर में फैली कोरोना महामारी का असर देखने को मिल रहा हैं। कोरोना महामारी के चलते पूरे देश में लागू किया गया लॉकडाउन का प्रभाव जीडीपी पर देखा जा रहा हैं। जिसकी वजह से भारतीय अर्थवयवस्था को बहुत बड़ा नुक्सान हुआ है।

बता दें की कोरोना महामारी के चलते किये गए लॉकडाउन में क्षेत्र बंद पड़ गए थे जिसकी वजह से देश में कंपनियों से लेकर दुकानों और यातायात तक सब कुछ बंद होने से अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान झेलना पड़ा। इसी के चलते लाखों लोगों की नौकरियां भी चली गईं। जिनकी नौकरियां बचीं, उनमें से बहुत से लोगों की सैलरी कटने लगी। इन सब की वजह से अर्थव्यवस्था की रफ्तार धीमी होती रही।

GDP में 23.9 फीसदी की गिरावट

1996 से भारत में तिमाही नतीजों की गणना शुरू हुई है और तब से लेकर अब तक पहली बार जीडीपी में निगेटिव ग्रोथ देखने को मिली है। जब कोरोना वायरस का भारत पर हमला हुआ, तब भारत की अर्थव्यवस्था पहले ही संघर्ष कर रही थी और कोरोना ने हालात और भी बिगाड़ दिए। नतीजा ये हुआ कि अप्रैल-जून के दौरान जीडीपी निगेटिव हो गई और 23.9 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।

कृषि क्षेत्र ही बचा सुरक्षित

देश में सिर्फ कृषि क्षेत्र ही सुरक्षित बचा है, बाकी सब में भारी नुकसान देखने को मिला हैं। अच्छी बारिश के चलते कृषि क्षेत्र में अप्रैल-जून में 3.4 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है, जो पिछले साल 2019-20 में केवल 3 फीसदी थी। नेशनल स्टेटिस्टिकल ऑफिस यानी एनएसओ की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार 2020-21 की पहली तिमाही अप्रैल-जून में जीडीपी में 23.9 फीसदी कि रिकॉर्ड गिरावट दर्ज की गई हैं। इससे पहले जनवरी-मार्च तिमाही में जीडीपी में 3.1 फीसदी की बढ़त देखने को मिली थीं।

कृषि को छोड़ बाकि सभी क्षेत्रों में गिरावट

कृषि क्षेत्र को छोड़कर अगर अन्य क्षेत्रों की तरफ देखा जाये तो हर क्षेत्र में भारी गिरावट देखी गई हैं। कंस्ट्रक्शन में करीब 50 फीसदी की गिरावट आई हैं, इसके अलावा मैन्युफैक्चरिंग में भी पहली ही तिमाही में 39 फीसदी की गिरावट देखने को मिली हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि दूसरी तिमाही में भी ग्रोथ होने के चांस बहुत काम है। हालांकि, सरकार लगातार आर्थिक गतिविधियों को शुरू करके स्थिति को सुधारने की कोशिश में जुटी हैं।

Related posts

हरदोई के सरकारी विद्यालय ने दिल्ली के विद्याालयों को दी चुनौती, जानें क्या हैं इस स्कूल की खासियत

Aman Sharma

14 फरवरी को मथुरा में रहेंगे मुख्यमंत्री योगी, ये है पूरा कार्यक्रम

Shailendra Singh

क्षेत्रीय विकास को प्रभावी बनाएं, बुनियादी तरक्की का आदर्श प्रस्तुत करें-उच्च शिक्षा मंत्री

mahesh yadav