राजस्थानःराजसमन्द डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउण्डेशन ट्रस्ट (डी.एम.एफ.टी.) की गुरुवार को राजसमन्द जिला परिषद सभाकक्ष में आयोजित बैठककी गई। बैठक में जिले के समग्र विकास के लिए बेहतर प्रयासों का संकल्प लिया गया। और बुनियादी लोक सेवाओं तथा सुविधाओं के विकास एवं विस्तार से संबंधित विभिन्न कार्यों का गवर्निंग कौंसिल द्वारा अनुमोदन किया गया।
बैठक में जानकारी दी गई कि डिस्टि्रक्ट मिनरल फाउण्डेशन ट्रस्ट की कुल संभावित आय 570 करोड़ है
बैठक में उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी, राजस्थान मगरा विकास बोर्ड के अध्यक्ष हरिसिंह रावत, कुंभलगढ़ विधायक सुरेन्द्रसिंह राठौड़, जिलाप्रमुख प्रवेश कुमार सालवी, नगर परिषद के सभापति सुरेश पालीवाल, अतिरिक्त जिला कलक्टर राकेश कुमार, उच्च शिक्षा मंत्री के निजी सचिव श्रवणकुमार बुनकर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारीगण एवं जन प्रतिनिधिगण मौजूद थे।बैठक में जानकारी दी गई कि डिस्टि्रक्ट मिनरल फाउण्डेशन ट्रस्ट की कुल संभावित आय 570 करोड़ है। इसमें ट्रस्ट को अब तक कुल 449.24 करोड़ की आय हुई है। जबकि 31 मार्च 2019 तक संभावित आय 120.76 करोड़ आंकी गई है।
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बैठक में जानकारी दी गई कि कार्यों में जनता के लिए उपयोगिता एवं गुणवत्ता का ध्यान रखा जाए
बैठक में विभिन्न विकास कार्यों का अनुमोदन करते हुए निर्देश दिए गए कि डीएफएमटी में लिए गए सभी प्रस्तावों के अनुरूप स्वीकृतियां तत्काल जारी की जाएं। जिन कामों की वित्तीय स्वीकृतियां जारी हो चुकी हैं उनसे संबंधित कार्यों को शीघ आरंभ कराया जाए। जिन कामों की वित्तीय स्वीकृतियां जारी हो चुकी हैं उनसे संबंधित कार्यकारी एजेंसियों के खाते में राशि डलवायी जाए। सभी कार्यों में जनता के लिए उपयोगिता एवं गुणवत्ता का पूरा और पक्का ध्यान रखा जाए।
डीएफएमटी से संबंधित गतिविधियों का जिले में प्राथमिकता से क्रियान्वयन किया जाए-किरण माहेश्वरी
उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी ने सभी विभागों से संबंधित कार्यों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए, डीएफएमटी से संबंधित गतिविधियों का जिले में प्राथमिकता से क्रियान्वयन किया जाए।और इसमें विभिन्न स्तरों पर स्वीकृतियां जारी करने से लेकर कार्य आरंभ होने तथा पूर्णता प्राप्ति तक गंभीरता बरती जाए। उन्होंने डीएफएमटी में वित्तीय स्वीकृतियां जारी होने के बाद काफी समय तक राशि संबंधित कार्यकारी एजेंसियों के खाते में नहीं पहुंचने की स्थिति को गंभीरता से लिया। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि डीएमएफटी की बैठक में लिए गए निर्णयों की वस्तुतः पालना सुनिश्चित की जाए और कार्यों के क्रियान्वयन को गति प्रदान करें।