नई दिल्ली: उत्तर भारत में जमा देने वाली ठंड का सितम जारी है। पहाड़ी ही नहीं मैदानी इलाकों में भी सर्दी कहर ढा रही है। आलम यह है कि इस बार उत्तर भारत के कई मैदानी इलाकों में पारा माइनस में पहुंच गया है। राजस्थान व हरियाणा ज्यादा प्रभावित हैं। उधर, दिल्ली-एनसीआर भी सर्दी से कांप उठा है।
कई ट्रेन प्रभावित हुई
दिल्ली में 26 दिसंबर का दिन सात साल में सबसे ठंडा रहा है। उधर उत्तराखंड के छह से अधिक शहरों में तापमान शून्य से नीचे पहुंच गया है। देश की राजधानी दिल्ली में बुधवार को न्यूनतम तापमान 3.4 पर पहुंच गया। इससे पहले वर्ष 2011 पारा तीन डिग्री तक लुढ़क गया था। लगातार गिरते पारे का असर यातायात परिचालन पर भी पड़ा है। कई ट्रेन प्रभावित हुई हैं।
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पंजाब में भी कड़ाके की ठंड
उत्तर भारत के अनेक शहरों में बुधवार को सुबह के समय कोहरा छाया रहा। पंजाब के बठिंडा में भी तापमान एक डिग्री से निची चला गया है। हरियाणा के हिसार में न्यूनतम तापमान माइनस एक डिग्री पहुंच गया। इससे पहले 29 दिसंबर 1973 को पारा माइनस 1.5 तक गिर गया था। ऐसे में लोग सिर्फ जरूरी काम के लिए ही घरों से बाहर निकल रहे हैं।
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उत्तर प्रदेश में शीत लहर से गलन
उत्तर प्रदेश में शीत लहर का प्रकोप बना हुआ है। गलन के कारण लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। मुजफ्फरनगर में न्यूनतम तापमान एक डिग्री पर आ गया। राज्य में कई जगहों पर कोहरा छाया रहा।