नई दिल्ली। एक चाय वाला पीएम बन सकता है तो हम वो क्यों नहीं बन सकते जो हम चाहते हैं। पीएम मोदी का उदाहरण ऐसी बहुत सी बातों के लिए दिया जाता है। पीएम मोदी की अर्श से लेकर फर्श तक का सफर कैसे तय किया है ये सभी जानते हैं और सब इस बात से प्रेरित भी रहते हैं। मोदी लोकप्रियता में जाने कितने डूब गए और ना जाने कितनों की नैय्या पार हो गई। अब तो पीएम मोदी की लोकप्रियता की ताकत को चीन भी मान चुका है।
सरकारी नियंत्रण वाली चीनी मीडिया शिन्हुआ ने पीएम मोदी की मुक्त कंठ से प्रशंसा की है। लेख में कहा गया है कि एक शख्स न केवल चीन के लिए चुनौती बना हुआ है, बल्कि वो अपने साहसिक फैसले के जरिए अपने देश में लोकप्रियता के शिखर पर है। शिन्हुआ ने Modi wave works magic for India’s ruling BJP in 2017’ में लिखा है कि एक शख्स भारत की गद्दी पर साल 2014 में बैठता है और तमाम नकारात्मक माहौल के बीच उसकी लोकप्रियता बरकरार है।
पीएम मोदी ने अपने अकेले दम पर राज्य में कई चुनाव जीते। बितते वक्त पर लोगों ने कहा कि अब मोदी लहर कम हो चुकी है और ज्यादा देर तक उनकी सत्ता नहीं टिकेगी, लेकिन मोदी ने हर जगह कमल खिला दिए और विरोधियों के मुंह बंद कर दिए। अमेरिका भी चीन के बाद मोदी की लोकप्रियता को मान चुका है।अमेरिकी अखबार वाशिंगटन पोस्ट ने लिखा है कि नोटबंदी और जीएसटी जैसे कठोर फैसलों के बावजूद प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता आसमान से भी ऊंची हो गई है।