नई दिल्ली। आईटी सेक्टर के दिग्गज एन.आर नारायणमूर्ति और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम आधार पर एक दूसरे से उलझ बैठे और दोनों के बीच तीखी बहस हो गई। जैसा कि सरकार चाहती है कि हर चीज को आधार से जोड़ा जाए। इस मुद्दे पर चिदंबरम और नारायणमुर्ति में बहस हो गई।
चिंदबरम का कहना था कि हर चीज को आधार से जोड़ना गलत है। सरकार आधार के बारे में हर चीज को अनसुना कर रही है। चिदंबरम का कहना था कि अगर कोई व्यक्ति छुट्टी मनाना चाहता है तो इसमें गलत क्या है। वो उसकी निजी छुट्टी है। इसमें आधार या पहचान देने की क्या जरुरत है। चिदंबरम ने कहा कि सरकार को इस बात में दिलचस्पी क्यों है कि मैं कौन सा सिनेमा देखता हूं या होटल जाता हूं।
वहीं नारायणमुर्ति ने अपना विरोध जताते हुए कहा कि मैं आपसे बिल्कूल सहमत नहीं हूं। आप जिन चीजों की बात कर रहें हैं वो सभी गूगल पर उपलब्ध है किसी भी आधुनिक देश की तरह ड्राइविंग लाइसेंस के रूप में किसी भी व्यक्ति की पहचान स्थापित की जानी चाहिए। इसी के साथ यह भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि इस तरह की पहचान से किसी की निजता का उल्लंघन न है।
चिदंबरम ने कहा कि अगर मैं सरकार में होता तो इन सारी बातों को जानने की कोशिश नहीं करता।कोई कहीं भी घूमने जाए इसमें सरकार को अपनी पहचान देने की क्या जरुरत है।उनका ये मानना था कि हर चीज को आधार से जोड़ने के परिणाम गंभीर हो सकते हैं। वहीं नारायमणमुर्ति का कहना था कि हमें आधार रद्दी में नहीं फेंक देना चाहिए।लोगों की व्यक्तिगत जानकारी की रक्षा के लिए कानून लाना जरुरी है।