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Chardham Yatra 2022: चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की मौत का सिलसिला जारी, अब तक 56 की गई जान

chardham yatra 2020 Chardham Yatra 2022: चारधाम यात्रा में श्रद्धालुओं की मौत का सिलसिला जारी, अब तक 56 की गई जान

Chardham Yatra 2022: देवभूमि उत्तराखंड में स्थित पवित्र चारधाम की यात्रा श्रद्धालुओं के लिए काल साबित होती नजर आ रही है। यात्रा के दौरान लगातार आ रही तीर्थयात्रियों की मौत की खबरें चिंतित करने वाली है।

बीते 24 घंटों में चारधाम यात्रा पर आए सात तीर्थयात्रियों की हृदय गति रुकने से मौत हो गई। चारधाम यात्रा में अब तक 56 लोगों की जान जा चुकी है जिसमें से 54 की मौत की वजह दिल का दौरा पड़ना पाया गया है।

सरकार के तमाम स्वास्थ्य संबंधी सुविधाओं के मुहैया कराने के दावे के बावजूद मौतें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। उत्तराखंड सरकार द्वारा जारी ताजा आंकड़े के मुताबिक, यात्रा के दौरान जान गंवाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 56 हो चुकी है।

इन लोगों की हुई मौत

  • शुक्रवार को बदरीनाथ धाम के दर्शन कर जोशीमठ लौटे भानुभाई (58) पुत्र नत्था भाई, निवासी सूरत गुजरत को अचानक सांस लेने में दिक्कत हुई। परिजन उन्हें सीएचसी जोशीमठ ले गए, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
  • वहीं, बदरीनाथ धाम में दोपहर करीब साढ़े तीन बजे महिला तीर्थयात्री वीणा बेन (55), निवासी गुजरात की तबीयत खराब हो गई। परिजनों ने उन्हें पीएचसी पहुंचाया, लेकिन इससे पहले ही उनकी मौत हो चुकी थी। सीएमओ डा. एसपी कुड़ियाल ने बताया कि दोनों की हृदय गति रुकने से मौत होने की आशंका है।
  • केदारनाथ में दो यात्रियों प्रदीप कुमार कुलकर्णी (61), निवासी सुंदपार्क, पुणे, महाराष्ट्र और बंशी लाल (57) निवासी गडचेली, थाना पिपलिया मंडी मंदसौर, मध्य प्रदेश की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई।
  • चारधाम यात्रा से लौटे उत्तरप्रदेश के गोरखपुर निवासी अवधेश नारायण तिवारी (65) पुत्र शिव प्रसाद तिवारी और मध्य प्रदेश से आए 22 यात्रियों के दल में शामिल सौरम बाई (49) पत्नी अमर सिंह निवासी पीपल्दा धार की मौत हुई है।
  • वहीं बृहस्पतिवार देर रात बस के पास बेहोश मिले उमेश दास जोशी (58) पुत्र विट्ठलदास राघव जोशी निवासी मलाड, मुंबई को लोगों ने अस्पताल पहुंचाया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

मौत की वजह
बताया जा रहा है कि तीर्थयात्रियों की मौत हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट संबंधी बीमारियां और पहाड़ी पर चढ़ने संबंधी बीमारियों से हुई है। ऐसे में प्रशासन की ओर से ऐसे यात्रियों को यात्रा न करने की सलाह दी गई है, जिन्हें स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां है।

केदारनाथ यात्रा के दौरान हुई सबसे अधिक मौतें
वहीं सबसे अधिक मौतें केदारनाथ यात्रा के दौरान दर्ज की गई है। जानकारी के मुताबिक, केदारनाथ यात्रा में अब तक 21 तीर्थयात्रियों की मौत हो चुकी है जहां बीस तीर्थयात्रियों की हार्ट अटैक से मौत हुई है, वहीं एक तीर्थ यात्री की मौत खाई में गिरने से हुई है।

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