नई दिल्ली। बीएसएफ जवान के वीडियो के सामने आने के बाद जवानों के खाने को लेकर एक अलग ही जंग छिड़ गई है। गृह मंत्रालय की निर्देश के बाद सीमा सुरक्षा बल ने बुधवार को मंत्रालय को एक अन्य रिपोर्ट सौंपी है जिसमें कहा गया है कि वीडियो में दिखाई गई दाल डिब्बाबंद खाद्य रसद से निकाली गयी थी और ऊंचाई वाले जगहों के लिए निर्धारित प्रक्रिया का पालन करते हुए यूनिट मैस में पराठा बनाया गया था।
जानकारी के मुताबिक बीएसएफ के महानिदेशक के के शर्मा ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को स्वयं अंतरिम रिपोर्ट सौंपी। अपनी दूसरी रिपोर्ट मंत्रालय को सौंपने के बाद बीएसएफ प्रमुख ने बाहर इंतजार कर रही मीडिया से बातचीत नहीं की। इसके साथ ही सीमा सुरक्षा बल ने अपने कर्मियों को दिए जाने वाले भोजन की गुणवत्ता कायम रखने के दिशा निर्देश जारी कर दिए है।
बीएसएफ ने जो कदम उठाए है उनमें वर्तमान व्यवस्था की कीमतों का पता लगाना, प्रकियागत और व्यवस्थागत सुधारों का सुझाव देने, दोहरी जांच के प्रति सतर्कता, जवानों के साथ औपचारिक और अनौपचारिक परिसंवाद और सभी मैसों में नकदीरहित लेनदेन सुनिश्चित करने के कदम शामिल हैं। इस बीच केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने कहा कि सरकार ने सीमा की प्रत्येक चौकी पर विशेषज्ञों और डाइटीशियनों को भेजा है ताकि नियमों के मुताबिक जवानों के लिए भोजन की गुणवत्ता सुनिश्चित हो सके।
वहीं बीएसएफ जवान तेजबहादुर यादव का एक और ऑडियो वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें उन्होंने अपनी पत्नी से फोन पर उनके अपने ऊपर दवाब की बात कही। इसके साथ ही कहा कि वो मीडिया के सामने ये बाते रखें।