बेंगलुरू। कावेरी नदी से पानी छोड़ने को लेकर पैदा हुए ताजा मामले में बेंगलुरू सहित कर्नाटक के कुछ हिस्सों में हिंसा की घटनाओं ने बेहद खतरनाक रूप ले लिया है। कावेरी नदी का पानी तमिलनाडु को देने का विरोध बहुत तेजी से फैल रहा है। खबर है कि प्रदर्शनकारियों ने 30 बसों को आग के हवाले कल दिया जिसके बाद शहर में धारा 144 लगा दी गई है।
मैसूर और बेंगलुरु में तमिलनाडु की गाड़ियों में तोड़फोड़ और आगजनी किए जाने के बाद शहर में बड़े समूहों के जमावड़े पर रोक लगा दी गई है। तमिलनाडु तक जाने वाली बस सेवाएं भी फिलहाल रोक दी गई हैं। पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस का प्रयोग का प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर किया। प्रदर्शनकारी तमिलनाडु में कन्नड़ लोगों पर हमले का विरोध कर रहे थे। श्रीरामपुरा, ओकालीपुरम, कलासीपाल्या और प्रकाशनगर जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
गौरतलब है कि आज उच्चतम न्यायालय द्वारा अपने पांच सितंबर के आदेश में बदलाव के तुरंत बाद हिंसा की घटनाओं में वृद्धि हो गई । न्यायालय ने कर्नाटक से कहा है कि 20 सितंबर तक तमिलनाडु के लिए वह कावेरी नदी से कम मात्रा में यानी 12,000 क्यूसेक पानी छोड़े।