नई दिल्ली। इस साल क्रिकेट में सिर्फ पूरुषों ने ही नहीं, बल्कि महिलाओं ने भी अपने दमखम और खेल से सबको अपना कायल कर लिया। महिला क्रिकेट को देखना तो दूर कभी उसके बारे में बात भी न करने वाले क्रिकेट प्रेमियों की जुंबान पर सिर्फ भारतीय महिला क्रिकेट टीम के ही चर्चे थे, कुछ पल के लिए तो ऐसा लगने लगा था कि क्रिकेट प्रेमी पूरुष टीम को भूलकर महिला टीम की तरफ ज्यादा आकर्षित हो गए हैं। यहीं नहीं हमारी देश की बेटियों के खेल से अखबार पटे पड़े थे। भले ही महिला क्रिकेट टीम इस मैच को हार गई थी, लेकिन हारने के बाद भी टीम ने सबका दिल जीत लिया था। दरअसल भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम के फाइल में पाकिस्तान से हार को लेकर क्रिकेट प्रेमी काफी दुखी थे।
इससे उभरने के लिए उन लोगों ने रास्ता चुना महिला क्रिकेट का क्योंकि हमारे क्रिकेट की महिला ब्रिगेड़ काफी अच्छा प्रफोरमेंस कर रही थी। हालांकि कि अंत में महिला टीम को भी हार का सामना करना पड़ा, लेकिन इस हार की टीस से ज्यादा लोगों को इस बात की खुशी थी कि अब भारत महिला क्रिकेट में भी नाम कमाने के लिए तैयार है। भले ही भारतीय टीम हार गई, लेकिन कम से कम भारतीय महिला टीम ने फाइनल में पहुंचने और उसे जीतने के लिए कड़ी मेहनत और लगन से तो काम लिया। आपको बता दें कि लंदन में भारतीय महिला टीम इंग्लैंड से फाइनल में हार गई थी, लेकिन इस एशिया विश्व कप मैच के दौरान भारतीय टीम की कप्तान मिताली राज और अन्य खिलाड़ियों ने अपने चौके छक्कों की मदद से क्रिकेट प्रेमियों का दिल तो जीता ही साथ ही कई रिकोर्ड भी अपने नाम कर लिए।
इस विश्व कप में मिताली राज ने महिला क्रिकेट में सबसे ज्यादा अर्धशतक बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है और ये वर्ल्ड कप मैच खेलकर इन्होंने एक दिवसीय क्रिकेट में 6 हजार रन का आंकड़ा पार कर लिया है। ऐसा करते ही भारतीय कप्तान महिला क्रिकेट में ये कारनामा करने वाली पहली बल्लेबाज बनीं। गौरतलब है कि मिताली ने भारत की तरफ से 2005 में पहला वर्ल्ड कप खेला था और अब 2017 में दूसरा विश्व कप खेलने वाली कप्तान बन गई। इस विश्व कप को खेलकर मिताली भारत की तरफ से दूसरा विश्व कप खेलने वाली कप्तान बनीं। इससे पहले 1983 में कपिल देव साल 2003 में सौरव गांगुली और 2011 विश्व कप में महेंद्र सिंह धोनी ने भारतीय टीम की कप्तानी की थी। मिताली राज ने इससे पहले 12 साल पहले यानी 2005 में भारत को अपनी कप्तानी में विश्व कप फाइनल में पहुंचाया था।
महिला विश्वकप के फाइनल मैच में भारतीय टीम इंग्लैंड के हाथों 9 रनों से हार गई. इस हार के साथ भारतीय टीम का इतिहास रचने का सपना टूट गया लेकिन हार के बावजूद टीम के शानदार प्रर्दश के लिए उन्हें देश भर से बधाई मिली। इस हार के बावजूद क्रिकेट जगत के दिग्गजों ने भारतीय महिला टीम के शानदार प्रर्दशन के लिए उनकी सराहना की। महिला टीम की हार पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा था कि हमारी महिला क्रिकेट खिलाड़ियों ने आज बेहतरीन प्रर्दशन किया, उन्होंने काबिले तारीफ काम किया है। हमे आप पर गर्व है।