लखनऊ। लखनऊ में बढ़ते कोरोना के संक्रमण को देखते हुए सराफा एसोसियेशन ने चिंता जताई है। लखनऊ सराफा एसोसियेशन ने सराफा के काम में लगे सभी सराफा बंधुओं से अपील की है कि तीन दिन तक लखनऊ के सभी सराफा करोबार को बंद रखा जाए।
कोरोना महामारी को लेकर लिया निर्णय
लखनऊ सराफा एसोसियेशन के सदस्य विशाल निगम ने बताया कि उन्होंने सभी सराफा कारोबारियों से कोरोना की भीषण स्थिति को देखते हुए सुझाव मांगे थे।
इसके बाद अपनी सहमति देते हुए लखनऊ के सराफा कारोबारियों ने कहा है कि वो अपने और अपने परिवार की चिंता करते हैं, इसलिए सभी ने सराफा एसोसियेशन की मांग में हां मिलाई है और कहा है कि वो बुधवार, गुरुवार और शुक्रवार को स्वेच्छा से अपनी दुकानें बंद रखेंगे।
गाइडलाइन का पालन करेंगे कारोबारी
सभी सराफा साथियों ने कोरोना को देखते हुए एक सुर में कहा कि जान बचाने के लिए फिलहाल तीन दिन की बंदी आवश्यक है। और आगे बंदी रहेगी या नहीं रहेगी इसका फैसला मिल बैठकर एकमत से लिया जाएगा।
सराफा एसोसियेशन ने कहा कि इस बंदी के दौरान कोई भी ऐसा काम नहीं किया जाएगा जिससे कि किसी भी प्रकार के संक्रमण के फैलने का खतरा हो। सभी लोग सरकार के द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करेंगे और घर से निकलने समय मास्क के साथ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करेंगे।
कदम प्रशंसनीय
बता दें कि लखनऊ में कोरोना कहर बनकर टूटा है। राजधानी में कोरोना को देखते हुए नाइट कर्फ्यू लगाया गया है लेकिन इसके बाद भी लोग बाजार में इकट्ठा हो रहे हैं। और बहुत से लोग मास्क का प्रयोग भी नहीं कर रहे हैं।
लोगों में कोविड को लेकर पहले जैसी जागरुकता देखने को नहीं मिल रही है। ये हाल तब है कि जब यूपी में सबसे ज्यादा कोरोना के केस राजधानी लखनऊ में आ रहे हैं। ऐसे में बाजारों में बढ़ती भीड़ के बीच सराफा कारोबारियों का ये कदम समाज के हित में जान पड़ता है। सराफा कारोबारियों ने पैसे से ज्यादा समाज हित को तवज्जो दी है ये काबिलेतारीफ है।