नई दिल्ली। अविश्वास प्रस्ताव पर हुए भाषण के बाद जहां राहुल गांधी की झप्पी ने पूरे देश में तहलका मचा रखा है तो वहीं, मायावती ने अपने करीबी सहयोगी को निकाल दिया है जिसके बाद राजनीति मिजाज काफी गर्म हो गया है। आपको बता दें कि मायावती के करीबी सहयोगी की ओर से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के प्रति ‘अनर्गल’ बयानबाजी की गई थी जिसको लेकर मायावती ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए जय प्रकाश सिंह को पार्टी से निकाल दिया है।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने सिंह को दो दिन पहले यह बयान देने के तुरंत बाद अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी के सभी पदों से हटा दिया था। पार्टी प्रमुख की अध्यक्षता में शनिवार को यहां हुई बसपा नेताओं की राष्ट्रीय बैठक में यह फैसला किया गया।
जयप्रकाश सिंह की ‘अनर्गल’ बयानबाजी बसपा के सिद्धांतों के खिलाफ
बैठक के बाद पार्टी की ओर जारी बयान के अनुसार जयप्रकाश सिंह की ‘अनर्गल’ बयानबाजी को बसपा के सिद्धांतों के खिलाफ बताते हुये उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई के तहत यह फैसला किया गया। साथ ही पार्टी प्रमुख ने सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को किसी भी दल के नेता अथवा व्यक्ति के खिलाफ और पार्टी की रणनीति के बारे में इस तरह की अनधिकृत बयानबाजी करने बचने की सख्त हिदायद दी।
आपको बता दें कि जय प्रकाश सिंह की ओर से हाल ही में कई बयान दिए गए थे जिस वजह से उनकी छुट्टी हो गई। आपको बता दें कि पार्टी द्रारा विकाले जाने को लेकर बसपा की ओर से जारी प्रेस रिलीज कारण भी बताया गया था। जयप्रकाश सिंह के निष्कासन के पीछे सिर्फ यह बताया जा रहा है कि उन्होंने पीएम मोदी को गब्बर सिंह कहा था। बता दें कि हाल ही में उन्होंने यह भी बयान दिया था कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री नहीं बन सकते, क्योंकि उनकी मां सोनिया गांधी भारतीय मूल की नहीं हैं।
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