देश featured

भारत ने मुकाबले के लिए पाक सीमा के नजदीक तैनात किया तेजस

तेजस

भारत और चीन के बीच लद्दाख में सीमा को लेकर विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। इसके चलते अब भारत ने पाकिस्तान की सीमा के पास अपना विदेशी लड़ाकू विमान तेजस को तैनात कर दिया है। भारत अब चीन के साथ आमने सामने के मुकाबले के लिए पूरी तरह तैयार है। जिसको लेकर सीमा पर पूरी तैयारी कर ली गयी है। अब भारत चीन को मुँह तोड़ जवाब देने के लिए तैयार है। चीन की तरफ से लगातार धोके से वार किया जा रहा है। भारत ने हमेशा शांति का सन्देश दिया है लेकिन बावजूद इसके चीन अपनी नापाक हरकत से बाज नहीं आ रहा है। इसको लेकारः र अब भारत ने सख्त रुख अपना लिया है और अब सीमा पर जंग के लिए पूरी तरह तैयार है। भारतीय सेना भी बॉर्डर पर पूरी तरह से मुस्तैद है।

भारत ने सीमा पर सैन्य ताकत पहले की तुलना में काफी ज्यादा बढ़ा रखी है। इस बीच, भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान की पश्चिमी सीमा पर स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस को तैनात किया है ।

पाक सीमा के नजदीक तैनात तेजस

जानकारी के मुताबिक एलसीए तेजस को भारतीय वायु सेना द्वारा पाकिस्तान बॉर्डर के नजदीक पश्चिमी सीमा पर तैनात किया गया है। सूत्रों का कहना है कि दक्षिणी वायु कमान के तहत सुलूर से बाहर स्थित पहला एलसीए तेजस स्क्वाड्रन, 45 स्क्वाड्रन (फ्लाइंग डैगर्स) को एक ऑपरेशनल भूमिका में तैनात किया गया।

प्रधानमंत्री मोदी ने की थी तेजस की प्रशंसा

स्वदेशी तेजस विमान की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के भाषण के दौरान प्रशंसा की गई थी। उन्होंने कहा था कि एलसीए मार्क-1ए संस्करण को खरीदने का सौदा जल्द ही पूरा होने की वाला है।

27 मई को हुआ था विमान का संचालन

विमानों का पहला स्क्वाड्रन शुरुआती ऑपरेशनल क्लीयरेंस संस्करण का है, वहीं दूसरा 18 स्क्वाड्रन ‘फ्लाइंग बुलेट्स’ अंतिम ऑपरेशनल क्लीयरेंस संस्करण का है। इसका संचालन 27 मई को सुलूर एयरबेस पर वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरके एस भदौरिया के द्वारा किया गया था।

चीन और पाक की सीमाओं पर किए तैनात

भारतीय वायु सेना और रक्षा मंत्रालय 83 Mark-1A विमानों के लिए सौदे को इस वर्ष के अंत तक अंतिम रूप देने की उम्मीद है। सीमाओं पर चीनी रुख को देखते हुए, भारतीय वायु सेना ने अपने लड़ाकू विमान चीन और पाकिस्तान दोनों की सीमाओं पर तैनात कर हैं। फॉरवर्ड एयरबेसों को पश्चिमी और उत्तरी मोर्चो पर स्थितियों से निपटने के लिए तैयार किया गया है। हाल ही में, यहां से भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों ने दिन और रात दोनों समय में उड़ान भी भरी थी।

Related posts

जम्मू-कश्मीर: जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर भूस्खलन होने से यातायात बंद

rituraj

नई शिक्षा नीति को लेकर रमेश पोखरियाल निशंक ने की बैठक, अगले सत्र से मातृभाषा में शुरू होगी इंजीनियरिंग की पढ़ाई

Trinath Mishra

UP: वैक्सीनेश के दूसरे फेज की शुरुआत आज, 1.5 लाख लोगों को लगाया लाएगा टीका

Aman Sharma